**पंजाब में शिक्षकों की फिनलैंड यात्रा का असर: मुख्यमंत्री भगवंत मान से संवाद**
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को फिनलैंड दौरे से लौटकर शिक्षकों के साथ एक महत्वपूर्ण मुलाकात की। इस दौरान शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस भी उपस्थित थे। सीएम मान ने शिक्षकों से बातचीत करते हुए उनके फिनलैंड में बिताए अनुभवों के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने यह भी बताया कि इस बार फिनलैंड गई टीचर्स दीपावली अपने घर पर नहीं मना पाईं, लेकिन अगली बार वे दो दीपावलियों का जश्न एक साथ मनाएंगी। मान ने इस दौरान यह भी कहा कि जो सीख टीचर्स ने फिनलैंड से ली है, वह उनके जीवन में हमेशा के लिए याद रहेगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि पंजाब सरकार जल्द ही एक और बैच को फिनलैंड में ट्रेनिंग के लिए भेजने का कार्यक्रम बनाएगी। शिक्षकों ने बताया कि उन्होंने फिनलैंड में यह सीखा कि कैसे बच्चों को स्कूल में उनके मन के अनुसार ज्यादा समय तक रुका जा सके। इससे न केवल बच्चों की दिलचस्पी स्कूल में बढ़ेगी, बल्कि वे पढ़ाई में भी रुचि लेंगे। गौरतलब है कि पंजाब सरकार ने प्राइमरी स्कूल के शिक्षकों को विशेष ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड भेजा था। इससे पहले, राज्य सरकार ने प्रिंसिपलों को सिंगापुर में प्रशिक्षण दिया था।
विदेश में शिक्षक के अनुभवों का मुख्य उद्देश्य था ताकि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल कर सकें और पंजाब में शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए नए दृष्टिकोण अपनाएँ। शिक्षकों ने साझा किया कि फिनलैंड में उनकी पहल को सकारात्मक रूप से स्वीकारा गया। एक शिक्षक दिलजीत सिंह ने बताया कि जो कुछ सीखा गया, उसे उनके स्कूलों में लागू किया गया, जिससे छात्रों की उपस्थिति में सुधार आया।
दिलजीत सिंह ने फिनलैंड के शिक्षकों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने पंजाब सरकार के इस प्रयास को बहुत महत्व दिया। उन्होंने उल्लेख किया कि फिनलैंड की शिक्षकों ने बताया कि उनके देश में शिक्षा के क्षेत्र में ऐसे कदम नहीं उठाए गए थे, लेकिन अब उनकी सरकार ने ऐसे उपाय किए हैं जिनसे वे अब शिक्षा की गुणवत्ता में पहचान बना सकें हैं। दिलजीत ने खान का यह कदम ऐतिहासिक बताया और कहा कि आने वाले समय में इससे टीचर्स और बच्चों को बहुत लाभ होगा।
सीएम भगवंत मान ने शिक्षकों को फिनलैंड भेजने का कार्य स्वयं किया था। उन्होंने शिक्षकों को बताया था कि वे पंजाब और देश के भविष्य को आकार दे रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा आज सबसे महत्वपूर्ण चीज बन चुकी है। मान ने याद दिलाया कि जब उनकी पार्टी की स्थापना हुई थी, तब उनका उद्देश्य था कि दिल्ली के स्कूलों और अस्पतालों को बेहतर बनाया जाए। उन्होंने बताया कि दिल्ली के शिक्षा मॉडल की प्रशंसा अब चारों ओर हो रही है, क्योंकि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पूर्व मंत्री मनीष सिसोदिया ने शिक्षा के क्षेत्र में ठोस कदम उठाए हैं।