बरनाला जिले के गांव रूड़ेके कलां में एक दुखद घटना सामने आई है, जहां एक पिता और उसकी बेटी न्याय की तलाश में पानी की टंकी पर चढ़ गए हैं। दोनों ने आत्महत्या की चेतावनी देते हुए कहा कि उन्होंने एक व्यक्ति पर ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर 10 लाख रुपये की ठगी का आरोप लगाया है। यह मामला पिछले तीन वर्षों से लंबित है, जिसमें उन्हें न्याय नहीं मिल पाया है। घटना से स्थानीय प्रशासन और पुलिस भी चौकस हो गए हैं, और स्थिति को सुलझाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
पीड़ित पिता और पुत्री का नाम जगतार सिंह और जसप्रीत कौर है। उन्होंने आरोप लगाया कि गांव के एक व्यक्ति ने उन्हें विदेश भेजने के नाम पर ठगा। 2021 में इस व्यक्ति ने 10 लाख रुपये लेकर उन्हें आस्ट्रेलिया भेजने का वादा किया था। जब उन्होंने पैसे दिए तो इसके बाद आरोपित ने फिर से 12 लाख रुपये की मांग की, जिसे पूरा करना उनके लिए संभव नहीं था। इसके बाद, पीड़ित परिवार ने आरोपी से अपनी राशि और संबंधित दस्तावेज वापस मांगे, लेकिन आरोपी ने अब तक यह राशि लौटाई नहीं है।
पिता-पुत्री ने कहा कि उन्होंने इस मामले को लेकर बरनाला के एसएसपी से शिकायत की थी, जिसकी जांच डीएसपी तपा द्वारा की गई थी। इसमें आरोपित एजेंट को एक साल के भीतर पैसे लौटाने का समय दिया गया था। हाल ही में दिए गए समय की अवधि पूरी हो गई है, लेकिन अब तक उनका पैसा वापस नहीं किया गया। ऐसे में बेरोजगारी और न्याय पाने के लिए भटकते हुए उन्हें इस गंभीर कदम को उठाना पड़ा है।
उन्होंने बताया कि उनका परिवार मेहनत-मजदूरी कर अपना गुजारा करता है और इस काम को करने के लिए अपने पशु और सोना बेचकर पैसे जुटाए हैं। इसी संकट की घड़ी में, जब न्याय की कोई उम्मीद नहीं बची, उन्होंने पानी की टंकी पर चढ़ने का निर्णय लिया। उनका कहना था कि जब तक उन्हें उनके 10 लाख रुपये नहीं मिलते, वे पानी की टंकी से नहीं उतरेंगे और उन्होंने आत्महत्या करने की चेतावनी भी दी।
घटना की जानकारी मिलते ही थाना रूड़ेके कलां के एसएचओ शरीफ खान मौके पर पहुंचे और उन्होंने पिता-पुत्री से बातचीत की। प्रशासन ने उन्हें आश्वासन दिया कि मामले का समाधान किया जाएगा और अधिकारियों द्वारा इस मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई की जाएगी। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द से जल्द पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा और उनकी धनराशि लौटाई जाएगी।
इस घटना ने प्रशासन के उन दावों पर सवाल खड़ा कर दिया है जो न्याय व्यवस्था को तेजी से लागू करने का दावा करती है। उम्मीद है कि इस मामले की जल्द सुनवाई होगी और परिवार को न्याय मिलेगा।