आम आदमी पार्टी (AAP) नगर निगम और नगर काउंसिल चुनावों के लिए पूरी तरह से तैयार है। AAP के अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने चंडीगढ़ में 1 दिसंबर को जानकारी दी कि निकाय चुनावों की रणनीति पहले ही तैयार की जा चुकी है, जिसके अंतर्गत पार्टी के मंत्रियों और विधायकों के साथ महत्वपूर्ण मीटिंग हो चुकी है। उन्होंने बताया कि छोटी नगर पंचायतों और काउंसिलों से संबंधित मुद्दों पर भी आज बैठक चल रही है। अमन अरोड़ा ने यह भी कहा कि पार्टी को विश्वास है कि जो जीत उप चुनावों में मिली थी, वही नगर काउंसिल चुनावों में भी दोहराई जाएगी।
चुनाव की तारीखों को लेकर उठे सवालों के जवाब में अरोड़ा ने कहा कि यह निर्णय निर्वाचन आयोग को लेना है। उन्होंने भाजपा के उस तर्क पर प्रतिक्रिया दी जिसमें कहा गया था कि नगर निगम और नगर काउंसिल चुनाव दिसंबर के अंत में नहीं होने चाहिए, क्योंकि ये दिन धार्मिक सभाओं के लिए हैं। अरोड़ा ने स्पष्ट किया कि इस विषय पर उनकी पार्टी गंभीर है और उन्हें उम्मीद है कि निर्वाचन आयोग सही फैसला करेगा। साथ ही उन्होंने बताया कि सरहिंद, चमकौर और फतेहगढ़ साहिब में चुनाव नहीं होने वाले हैं।
AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर हाल ही में हुए हमले के संबंध में अमन अरोड़ा ने कहा कि यह भाजपा द्वारा प्रायोजित गतिविधियां हैं। जब भी केजरीवाल आम लोगों के मुद्दों को उठाते हैं, उन पर हमले होते हैं। अरोड़ा ने भाजपा को चेताया कि ऐसे हमलों से पार्टी के कार्यकर्ताओं का मनोबल और बढ़ेगा। इसके बीच, AAP ने नगर निगम चुनावों में उम्मीदवारों के चयन के लिए इच्छुक लोगों से 3 दिसंबर तक आवेदन आमंत्रित किए हैं।
अमन अरोड़ा ने कहा कि पार्टी के लिए यह चुनाव बहुत महत्वपूर्ण हैं। यह उनके अध्यक्ष बनने के बाद का पहला चुनाव है और इसके साथ ही यह शहरी क्षेत्र में हो रहे चुनाव हैं, जहां भाजपा और कांग्रेस का मजबूत आधार है। इसके अलावा, यह चुनाव दिल्ली विधानसभा चुनावों से भी पहले हो रहे हैं, जो विपक्षी दलों को AAP को घेरने के लिए एक अवसर प्रदान कर सकते हैं। पार्टी इसे 2027 के चुनावों के लिए सेमीफाइनल मान रही है, इसलिए वह कोई भी अवसर गंवाना नहीं चाहती।
पार्टी ने इस चुनाव के लिए संगठन की बागडोर अमन अरोड़ा को सौंपी है, जबकि बटाला के विधायक शेरी कलसी को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। अमन अरोड़ा ने अपनी जिम्मेदारी संभालने के बाद से ही शहरी क्षेत्रों में कई नए प्रोजेक्ट शुरू किए हैं और विभिन्न जिलों के नेताओं के साथ लगातार मीटिंग कर रहे हैं। इस समय, पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं, जिससे AAP अपने पद को मजबूती से बनाए रख सके।