पीयू असिस्टेंट रजिस्ट्रार के घर पर नोटिस, बाहर थे, लौटे तो पाया घर सील!

Share

पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (पीईसी) के सहायक रजिस्ट्रार (अनुबंध के आधार पर) गौरव त्यागी के आवास को बिना पूर्व सूचना के सील कर दिया गया है। गौरव, जो नीलगिरी अपार्टमेंट के नंबर 212 में अपने छोटे बच्चे और गर्भवती पत्नी के साथ रह रहे थे, को 28 नवंबर को अपना घर खाली करने का नोटिस प्राप्त हुआ था। गौरव ने प्रबंधन से अनुरोध किया था कि उन्हें घर छोड़ने के लिए 7 दिसंबर तक का समय दिया जाए, लेकिन जब वह अपनी पत्नी के साथ बाहर गए हुए थे, तब उनका आवास सील कर दिया गया।

गौरव त्यागी ने आरोप लगाया कि उन्हें पीईसी प्रबंधन द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना के नौकरी से हटा दिया गया। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं दी गई कि उनका अनुबंध समाप्त किया जा रहा है और वे नियमित रूप से अपने कार्यालय आते रहे। अचानक उन्हें निष्कासन का सामना करना पड़ा और इसके साथ ही आवास खाली करने की मांग की गई, जिसका उन्होंने विरोध किया। गौरव का आरोप है कि उनके जैसे सभी अन्य अनुबंधित कर्मचारियों के अनुबंध को नवीनीकरण किया गया, लेकिन उनके साथ भेदभाव किया गया। उन्होंने यह भी बताया कि इस साल की शुरुआत में पीईसी के वर्तमान निदेशक के साथ हुई उनकी बहस के बाद से उन्हें जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है।

गौरव ने पीईसी प्रबंधन को पत्र लिखकर 7 दिसंबर तक का समय मांगे जाने का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि वे इस समय घर की तलाश में थे और बिना सूचना के आवास सील कर जाना बहुत कठिन था। गौरव ने कहा कि उनके पास गर्भवती पत्नी और बच्चे के साथ कहीं और जाने का कोई तत्काल इंतजाम नहीं था। उनका दावा है कि प्रबंधन ने उनकी मुसीबत को अनदेखा किया और उन्हें सहयोग करने के बजाय ऐसे निर्णय लिए जो उनकी स्थिति को और भी कठिन बना देते हैं।

इस बीच, गौरव का तर्क है कि यदि पीईसी प्रबंधन उनकी कार्यक्षमता की सही तरीके से समीक्षा करे तो सच्चाई सामने आएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने जहां भी काम किया है, वहां उनके योगदान को सराहा गया है। गौरव ने प्रश्न उठाया कि यदि उनका काम खराब था तो अन्य कर्मचारियों की तरह उनके अनुबंध को नवीनीकरण क्यों नहीं दिया गया? यह आरोप प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है और बताता है कि सही तरीके से कार्य व्यवहार ना करने वाले प्रबंधन का यह कदम अनुचित है।

गौरव त्यागी के इस मामले से न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन पर असर पड़ा है, बल्कि यह संस्था के प्रबंधन और कार्य संस्कृति पर भी सवाल खड़ा करता है। कार्यस्थल की पारदर्शिता और कर्मचारियों के अधिकारों का सम्मान होना अत्यंत आवश्यक है। बैकग्राउंड में कामकाजी वातावरण की स्थिति में सुधार की जरूरत है, ताकि ऐसे मुद्दों का समाधान किया जा सके और कर्मचारियों को उचित सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।