पंजाब के सभी नगर निगमों में प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने की समय सीमा आज समाप्त हो रही है। नए वित्तीय वर्ष 2024-2025 की शुरुआत से अगर उपभोक्ता टैक्स नहीं जमा करते हैं, तो उन्हें 10% जुर्माना अदा करना पड़ेगा। यही कारण है कि कई लोग आज अंतिम समय तक टैक्स जमा करने में जुटे हुए हैं। पिछले कुछ दिनों से नगर निगम कार्यालयों में प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है, जहां शनिवार-रविवार जैसे छुट्टियों के दिन भी लोगों को सुविधाएं दी जा रही हैं।
आमदनी का आंकड़ा बताते हुए, अमृतसर नगर निगम ने पिछले सोमवार को 315 पीटीआर के माध्यम से लगभग 43 लाख रुपए का प्रॉपर्टी टैक्स एकत्रित किया। इस वित्तीय वर्ष का कुल प्रॉपर्टी टैक्स इस समय तक 31.09 करोड़ रुपए तक पहुँच चुका है। नगर निगम कमिश्नर गुलप्रीत सिंह औलख ने बताया कि 10 प्रतिशत जुर्माने से बचने के लिए आज का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण है। यदि उपभोक्ता इस अंतिम दिन में अपना टैक्स जमा नहीं करवाते हैं, तो उन्हें जुर्माना देना होगा।
पंजाब सरकार ने प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने के इस अवसर को लेकर सभी ज़ोनल कार्यालयों और मुख्य कार्यालय में देर शाम तक सेवाएं जारी रखने का निर्णय लिया है। नगर निगम के सभी क्षेत्रीय कार्यालयों में प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने के लिए विशेष काउंटर बनाए गए हैं, ताकि लोगों को कोई असुविधा न हो। इसके अलावा, ऑनलाइन माध्यम से भी टैक्स जमा करने की सुविधा उपलब्ध है, जिसका लिंक http://mseva.lgpunjab.gov.in है।
कमिश्नर गुलप्रीत सिंह औलख ने पिछले 20 दिसंबर को निर्देश दिए थे कि इस अवधि में भरपूर टैक्स संग्रह को बेहतर बनाने के लिए नगर निगम के सीएफसी ऑफिसों को सप्ताहांत में भी खोला जाएगा। इस निर्णय के फलस्वरूप, पिछले कुछ दिनों में नगर निगम ने एक करोड़ रुपए से अधिक प्रॉपर्टी टैक्स इकट्ठा करने में सफलता पाई है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि आज के दिन कितने और उपभोक्ता इस अवसर का लाभ उठाकर जुर्माने से बचते हैं।
अंततः, यह कहा जा सकता है कि आज का दिन प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने वाले सभी उपभोक्ताओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। सभी को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि टैक्स समय पर जमा करने से न केवल जुर्माना से बचा जा सकता है, बल्कि यह सरकारी सेवाओं और विकास के लिए भी योगदान देता है। इसलिए, सभी उपभोक्ताओं को अपनी संपत्ति का टैक्स आज ही जमा करवा लेना चाहिए, ताकि उन्हें भविष्य में किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।