अफीम की अवैध खेती होने पर मुखिया और जन प्रतिनिधि भी होंगे जिम्मेवार: उपायुक्त
खूंटी, 21 दिसंबर (हि.स.)। उपायुक्त लोकेश मिश्रा की अध्यक्षता में कर्रा प्रखंड के हाकाजांग स्थित पंचायत सचिवालय में शनिवार को अफीम के उत्पादन और विक्रय निषेध से संबंधित जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कर्रा बीडीओ, सीओ, मुखिया, थाना प्रभारी सहित काफी संख्या में ग्रामीण महिला-पुरुष शामिल थे।
अफीम की खेती के विरुद्ध जागरूकता अभियान में उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा अफीम की अवैध खेती के खिलाफ सख्त मुहिम चलाई जा रही है। उन्होंने अफीम की खेती से आमजनों के जीवन पर पढ़ने वाले दुष्प्रभावों की चर्चा करते हुए लोगों से अपील की कि चंद पैसों के लोभ में जाने-अनजाने में अफीम की खेती की है, वह स्वयं ही अफीम के पौधों को नष्ट कर दे, तो उनके खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगले दो माह में भीतर जिला प्रशासन के जरिये अफीम की खेती करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अवैध अफीम की खेती की जगह निर्भय होकर वैधानिक वैकल्पिक खेती करने की अपील की। जिला प्रशासन के जरिये वैकल्पिक खेती की ओर अग्रसर होने वाले किसानों को हरसंभव मदद की जाएगी।
उपायुक्त ने कहा कि अफीम की खेती कोई भी करे, रैयतों के खिलाफ एफआइआर होगी। इसमें 10 से 20 साल की सजा होगी। उन्होंने कहा कि गैर मजरूआ, वन भूमि, आदि पर अफीम की खेती पाये जाने पर संबंधित मुखिया, ग्राम प्रधान जिम्मेवार माने जाएंगे। इस आलोक में उनके विरुद्ध गंभीर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिले में अफीम की फसल को सेटेलाइट के माध्यम से चिह्नित किया जा रहा है। उन्होंने जन प्रतिनिधियों से अगले 15 दिनों तक गांव-गांव में अफीम की अवैध खेती नहीं करने के लिए जागरूक करने की अपील की। मौके पर अफीम की खेती मुक्त कराने की शपथ दिलाई गयी। इससे पूर्व उपायुक्त के जरिये सचिवालय में लाइब्रेरी कक्ष का उद्घाटन किया गया।
—————