मोहाली में बढ़ते अपराध के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए एसएसपी दीपक पारीक ने देर रात शहर में सरप्राइज चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान उन्होंने शहर के विभिन्न थानों, चौकियों और पीसीआर की गहन जांच की, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी को लेकर सजग और चौकस हैं या नहीं। चेकिंग में उनके साथ कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी शामिल रहे, जैसे कि एसपी डॉक्टर ज्योति यादव, एसपी मनप्रीत सिंह, और एसपी हरबीर अटवाल। सभी अधिकारियों ने मिलकर सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया और आवश्यकताओं के अनुसार दिशा-निर्देश दिए।
चेकिंग के दौरान, एसएसपी पारीक ने पुलिस कर्मियों को स्पष्ट तौर पर चेतावनी दी कि शहरवासियों की सुरक्षा का मामला गंभीर है और कानून-व्यवस्था बनाए रखना उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि यदि किसी पुलिस कर्मी ने अपनी जिम्मेदारी में कोताही बरती, तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कड़ी विभागीय कार्रवाई की जाएगी। इस अवसर पर, एसएसपी ने एसएचओ, चौकी इंचार्ज और मुंशी के कार्यालय में जाकर भी उनकी ड्यूटी की समीक्षा की। जहां उन्हें ड्यूटी पर परिपूर्ण कार्य करने के निर्देश दिए गए और संतोषजनक स्थिति पाई गई।
सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए, एसएसपी ने सभी डीएसपी, एसएचओ और चौकी इंचार्ज से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में पूरे समर्पण के साथ ड्यूटी करें। इसके अलावा, उन्होंने पीसीआर को इलाके में गश्त बढ़ाने का आदेश भी दिया, ताकि संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। इस दौरान, पुलिस अधिकारियों ने शहर में गतिशीलता बनाए रखने हेतु संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ करने की प्रक्रिया को भी जारी रखा।
ट्रैफिक पुलिस के पीपीएस करनैल सिंह ने सड़क सुरक्षा टीम का भी निरीक्षण किया, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि सड़क पर सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन हो रहा है। यह चेकिंग न केवल पुलिस बल की कार्यक्षमता को जांचने का एक साधन थी, बल्कि यह शहर की सुरक्षा को भी सुनिश्चित करने का प्रयास था। मोहाली की पुलिस ने इस तरह के कार्यक्रमों को नियमित आधार पर चलाने का निर्णय लिया है, ताकि अपराध पर काबू पाया जा सके और नागरिकों में सुरक्षा का भाव बढ़ सके।
इस प्रकार, एसएसपी दीपक पारीक की सक्रियता ने मोहाली में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। ऐसे चेकिंग अभियानों से न केवल पुलिस के कार्यप्रणाली में सुधार होता है, बल्कि यह नागरिकों के प्रति पुलिस फोर्स की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। ऐसे कदमों से नागरिकों का विश्वास पुलिस प्रशासन पर बढ़ेगा और समाज में शांति व्यवस्था कायम रखने में मदद मिलेगी।