मोगा: हनी ट्रैप में फंसा युवक, न्यूड वीडियो से ब्लैकमेल कर मांगे 2 लाख!

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मोगा जिले में एक महिला को हनीट्रैप के मामले में गिरफ्तार किया गया है, जबकि उसकी अन्य सहयोगियों की पुलिस तलाश कर रही है। मामला तब सामने आया जब एक युवक को महिला ने मिलने के बहाने बुलाया, जहां उसके साथियों ने मिलकर उसका नग्न वीडियो बना लिया और ब्लैकमेल करने का प्रयास किया। इस संबंध में डीएसपी दलबीर सिंह ने बताया कि पीड़ित हरजीवन सिंह ने शिकायत में जानकारी दी कि उसकी दोस्ती गांव बाघा पुराना निवासी नवदीप कौर के साथ हुई थी, जिसने उसे मिलने के लिए बुलाया था।

हरजीवन सिंह ने आगे बताया कि जब वह नवदीप के पास पहुंचा, तो वहां अन्य लोग भी मौजूद थे। उन लोगों ने उसे अचानक घेर लिया और उसकी बिना सहमति के उसका नग्न वीडियो बना लिया। इसके बाद वह उसे धमकाने लगे और गूगल पे के माध्यम से 16 हजार रुपए निकाल लिए। न केवल पैसे हड़पे गए, बल्कि आरोपियों ने उसकी कार को भी अपने कब्जे में ले लिया और उससे दो लाख रुपए की मांग करने लगे। इस तरह के मामलों में अक्सर युवक-युवतियों का शोषण किया जाता है और यह एक गंभीर मुद्दा बनता जा रहा है।

पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, अन्य सहयोगियों की तलाश जारी है। इस घटना से स्थानीय पुलिस को यह एहसास हुआ है कि हनीट्रैप के मामले बढ़ते जा रहे हैं, जिससे लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। अधिकारियों का मानना है कि ऐसे मामलों में लोगों को सतर्क रहना चाहिए और नाजुक स्थितियों में अपनी सुरक्षा के प्रति सचेत रहना चाहिए।

ध्यान देने योग्य यह है कि हनीट्रैप जैसी गतिविधियों से बचने के लिए लोगों को अपनी मित्रता और व्यक्तिगत संबंधों को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए। बिना किसी सामाजिक या व्यक्तिगत पहचान के किसी भी व्यक्ति से मिलने से बचना बेहतर है। साथ ही, यदि कोई व्यक्ति संदिग्ध स्थिति में फंस जाता है, तो उसे तुरंत पुलिस से सहायता लेनी चाहिए। ऐसे मामलों में समय पर कदम उठाना बेहद महत्वपूर्ण होता है, ताकि आगे की समस्याओं से बचा जा सके।

मोगा में घटित यह घटना एक चेतावनी के रूप में सामने आई है कि समाज में इस तरह की घटनाएं न केवल व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित करती हैं बल्कि सामाजिक ताने-बाने को भी कमजोर करती हैं। इसके खिलाफ जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है, ताकि युवा वर्ग इन जालों में न फसे और अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दे। पुलिस प्रशासन का भी यह दायित्व बनता है कि वह ऐसे मामलों पर कड़ी नजर रखे और इसे रोकने के लिए ठोस कदम उठाए।