मानसा जिले में आज सुबह एक दुखद सड़क हादसा सामने आया, जिसमें एक युवक की जान चली गई और तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना उस समय घटी जब चार दोस्त एक भोग की रस्म में शामिल होकर लौट रहे थे। एक्सीडेंट में मृतक की पहचान हरकीरत सिंह (20) के रूप में की गई है, जो टाहलीया का निवासी है। वहीं, घायल युवकों में अमृतपाल सिंह (18) निवासी गांव अकावाली, अमरिंदर सिंह (18) निवासी गांव बुडलाड़ा, और नवजोत सिंह (18) निवासी गांव भंमे कला शामिल हैं।
युवकों का यह समूह संगरूर जिले के रत्ता खेड़ा में आयोजित भोग की रस्म में शामिल होकर लौट रहा था। जब वे गांव दोदरा के पास पहुंचे, तभी अचानक उनकी कार बेकाबू हो गई और पेड़ से टकरा गई। यह टक्कर इतनी भयंकर थी कि इसमें चारों युवक घायल हो गए। घायल युवकों को त्वरित चिकित्सा के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
अस्पताल पहुंचने के बाद हरकीरत सिंह को मृत घोषित कर दिया गया। जबकि अन्य तीन युवकों की स्थिति गंभीर बनी हुई है और उन्हें विशेष चिकित्सा की आवश्यकता है। इस घटना ने उनके परिवारों में गम के बादल छा दिए हैं। पुलिस ने घायलों के बयान दर्ज कर लिए हैं और घटना की विस्तृत जांच शुरू कर दी है ताकि इस दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा सके।
स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की है और सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता की बात कही है। वे समझते हैं कि इस तरह की घटनाएं न केवल प्रभावित परिवारों के लिए दुखद होती हैं, बल्कि समाज में अन्य युवाओं के लिए भी उदाहरण बन जाती हैं। सड़क पर सावधानी बरतना और सुरक्षित ड्राइविंग के नियमों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है।
इस प्रकार की घटनाओं से सीख लेकर हमें यह समझने की जरूरत है कि मनोवैज्ञानिक दबाव में लापरवाही से गाड़ी चलाना कितनी घातक स्थिति पैदा कर सकता है। परिवारों को, दोस्तों को और हमारी युवा पीढ़ी को एक-दूसरे का ख्याल रखना चाहिए और जिम्मेदार व्यवहार करना चाहिए। इस घटना के बाद, हम सभी को यह संकल्प लेना चाहिए कि हम सुरक्षित यात्रा की ओर ध्यान देंगे और ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।