बुधवार को पंजाब के किसानों के संगठनों ने रेलवे ट्रैक को जाम करने का ऐलान किया, जिसका असर लुधियाना रेलवे स्टेशन पर स्पष्ट रूप से देखने को मिला। किसान संगठनों ने 12 बजे से रेलवे ट्रैक पर धरना दिया, जिसके कारण सभी ट्रेनें लुधियाना रेलवे स्टेशन पर रोक दी गईं। यह स्थिति तीन घंटे तक बनी रही, जिससे यात्री काफी परेशान हुए। जिसके चलते कई महत्वपूर्ण ट्रेनें, जैसे कि जम्मू तवी-अमृतसर, शान-एं-पंजाब, और चेन्नई-अमृतसर, लुधियाना स्टेशन पर ही रुक गईं और शाम 3 बजे के बाद ही रवाना हो पाईं।
यात्रियों के लिए यह दिन किसी त्रासदी से कम नहीं था। राम चंदर, जो कटरा वैष्णो देवी के दर्शन के लिए अपने परिवार के साथ जा रहे थे, ने बताया कि उन्हें स्टेशन पहुंचकर पता चला कि उनकी ट्रेन 4 घंटे लेट है। इसी तरह, चंडीगढ़ की यात्रा पर निकले राज कुमार ने चिंता जताई कि उनके महत्वपूर्ण मीटिंग की तैयारी प्रभावित हो गई है। यह स्थिति केवल उन दो यात्रियों तक सीमित नहीं थी, बल्कि स्टेशन पर बैठे कई अन्य यात्रियों, जैसे मनोज कुमार, हंसराज, और बलदेव सिंह ने भी अपनी निराशा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं पंजाब के नागरिकों के लिए आम हो चुकी हैं, जिसमें कभी हाईवे जाम होते हैं तो कभी ट्रेनें रोकी जा रही हैं।
किसानों के संगठनों ने अपनी मांगों को उजागर करने के लिए इस प्रकार का प्रदर्शन किया, लेकिन कई यात्रियों ने यह इंगीत किया कि वे चाहते हैं कि प्रदर्शनकारियों को अपनी बात सरकार तक पहुंचाने का अधिकार है, लेकिन साथ ही उन्हें नागरिकों को तकलीफ में डालने से बचना चाहिए। मनोज कुमार का कहना था कि इन प्रदर्शनकारियों को यह समझना चाहिए कि आम जनता भी उनकी समस्याओं को सुनती है, लेकिन ऐसे समय में जब वे खुद परेशानी में हैं, तो मामला और जटिल हो जाता है। सभी यात्रियों ने रेलवे प्रशासन से आग्रह किया कि ऐसे मामलों में त्वरित समाधान और यात्रियों की भलाई के लिए बेहतर योजनाएं बनाई जाएं।
किसान संगठनों का यह प्रदर्शन हाल की घटनाओं का एक हिस्सा है, जिसमें पंजाब के किसान अपनी मांगों के लिए लगातार आवाज उठा रहे हैं। ऐसे समय में जब राज्य की स्थिति तनावपूर्ण है, किसानों को चाहिए कि वे अपने मुद्दों को सबके सामने रखें, लेकिन साथ ही आम लोगों की सुविधाओं का भी ध्यान रखें। यह जरूरी है कि सरकार और प्रदर्शनकर्ता दोनों ही इस बात को समझें कि एक संतुलित और सहिष्णु दृष्टिकोण से ही इस समस्या का समाधान निकाला जा सकता है।