कपूरथला में पुलिस ने नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है, जिसके तहत एक प्रमुख तस्कर की संपत्ति को सीज किया गया है। जानकारी के अनुसार, पुलिस ने ड्रग माफिया द्वारा जमा की गई चल और अचल संपत्तियों को पहचानना और जब्त करना शुरू कर दिया है। यह कार्रवाई विशेष रूप से एनडीपीएस एक्ट की धारा 68-F के तहत की जा रही है। हाल ही में, कपूरथला के मोहल्ला ऊंचा धोड़ा के रहने वाले प्रदीप कुमार उर्फ कौशल को निशाना बनाया गया, जो कि ड्रग का बड़ा तस्कर माना जाता है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस कार्रवाई के तहत कौशल की कोठी और एक स्विफ्ट कार को जब्त किया गया है। डीएसपी सब डिवीजन दीपकरण सिंह की अगुवाई में हुई इस कार्रवाई में पुलिस ने प्रदीप कुमार के खिलाफ दर्ज मुकदमे के तहत विधिक प्रक्रिया को अपनाया। इस दौरान आरोपी की कोठी की कीमत 17 लाख 76 हजार रुपए और स्विफ्ट कार की कीमत 4 लाख 65 हजार रुपए बताई गई है। कुल मिलाकर इन संपत्तियों की कीमत 22 लाख 41 हजार 600 रुपए है।
डीएसपी दीपकरण ने मीडिया को बताया कि तस्कर की प्रॉपर्टी को फ्रीज करने के लिए नई दिल्ली से आदेश प्राप्त किए गए थे। इसके बाद पुलिस ने आज आरोपी की कोठी पर नोटिस चस्पा करते हुए संपत्ति को सीज कर दिया। इसके साथ ही, उसकी कार को भी पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। यह कार्रवाई स्थानीय पुलिस की नशा तस्करों के खिलाफ जारी मुहिम का हिस्सा है, जिससे ड्रग व्यापार के खिलाफ जंग को और तेज किया जा सके।
यह कदम न केवल तस्करों के खिलाफ एक मजबूत संकेत है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि पुलिस की राष्ट्रीय स्तर पर नशे के कारोबार से निपटने की योजना कितनी प्रभावी है। ड्रग्स के प्रभाव से समाज को बचाने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों की यह सक्रियता आवश्यक है। नशा तस्करी को समाप्त करने के लिए सरकारी प्रयासों में तेजी से सुधार की आवश्यकता है, और इस प्रकार की कार्रवाइयाँ उस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।
कपूरथला पुलिस का यह प्रयास निस्संदेह नशे के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होने की संभावना रखता है। पुलिस की इस कार्रवाई से अपराधियों को संदेश मिलता है कि वे अपने गैरकानूनी कारोबार को छिपा नहीं सकते हैं और यदि वे ऐसा करते हैं, तो उन्हें गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ेगा। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि अन्य जिलों में भी इस तरह के ठोस कदम उठाए जाते हैं या नहीं।