फाजिल्का: तलाक के 7 साल बाद पहली पत्नी ने सरिए से पीटा, दूसरी पत्नी भी बनी शिकार!

Share

फाजिल्का में एक दिलचस्प और विवादास्पद घटना घटी जब एक व्यक्ति को उसकी पहली पत्नी ने बुरी तरह से पीट दिया। इस मामले में घायल व्यक्ति, गुरबचन सिंह, जोकि गांव मुहार खीवा, मनसा का निवासी है, को अन्य गंभीर चोटों के चलते सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अपनी संक्षिप्त कहानी बताते हुए गुरबचन ने कहा कि उसने लगभग सात साल पहले अपनी पहली पत्नी को छोड़ दिया था और इसके तीन साल बाद उसने दूसरी महिला से विवाह किया।

गुरबचन ने यह भी आरोप लगाया कि उसकी पहली पत्नी ने बच्चों के साथ उसके घर आकर हमला किया। उनके बीच पारिवारिक गतिरोध यही कारण माना जा रहा है। घायल व्यक्ति ने स्थिति की गंभीरता को साझा करते हुए कहा कि उसकी पहली पत्नी ने उसे लोहे के सरिये से पीटा और हालात तब और बिगड़ गए जब उसकी दूसरी पत्नी के साथ भी मारपीट की गई। गुरबचन का कहना है कि वह मेहनत-मजदूरी करके अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहा है और गांव में ही अपने निवास पर रह रहा है।

इस अप्रिय घटना के बाद, जब गुरबचन पर हमला किया गया, तो डॉक्टरों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचित किया। इसके चलते पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपी पक्ष के खिलाफ कार्यवाही करने की तैयारी कर रही है।

घरेलू विवादों में इस प्रकार के घटनाक्रम आम तौर पर संदिग्ध रहते हैं और अक्सर भावनाओं के उतार-चढ़ाव का परिणाम होते हैं। इस मामले में भी देखा जा रहा है कि एक व्यक्ति की व्यक्तिगत जिंदगी में उसकी पुरानी रिश्तेदारी से जुड़े मुद्दे ने गंभीर रूप ले लिया है। पुलिस अधिकारियों के लिए यह महत्वपूर्ण होगा कि वे निष्पक्षता से मामले की जांच करें ताकि सभी पक्षों की आवाज सुनी जा सके और उचित कानूनी कार्रवाई की जा सके।

फाजिल्का की इस घटना से यह संदेश मिलता है कि पारिवारिक विवादों का हल बातचीत से निकालना चाहिए, न कि हिंसा का रास्ता अपनाकर। इस तरह के मुद्दों को सुलझाने के लिए कानूनी और सामाजिक तरीके का इस्तेमाल अधिक प्रभावी हो सकता है। उम्मीद है कि इस घटना के बाद सभी संबंधित व्यक्ति अपनी भावनाओं को समझकर समर्पित समाधान की ओर बढ़ेंगे।