फाजिल्का के अबोहर क्षेत्र में एक दुःखद सड़क हादसे में एक युवक की जान चली गई। यह हादसा उस समय हुआ जब मृतक, 26 वर्षीय अरविंद कुमार, अपनी ममेरी बहन की शादी के लिए कार लेकर अबोहर आया था। रात के समय, जब वह अबोहर से वापस लौट रहा था, कार अचानक बेकाबू होकर एक पेड़ से टकरा गई। जानकारी के अनुसार, टक्कर इतनी भयंकर थी कि कार चारों टायर और डिग्गी सहित कई हिस्सों में बिखर गई। यह हादसा राजपुरा-बहाववाला मार्ग पर हुआ।
हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कार पेड़ से करीब 15 फुट की ऊँचाई से टकराई। लोगों का कहना है कि ड्राइवर अरविंद, जो कार के अंदर था, टक्कर के बाद खेतों में जाकर गिरा। स्थानीय निवासी तुरंत उसकी मदद के लिए आगे आए और उसे सादुलशहर के अस्पताल पहुंचाया। मगर वहां पहुंचने तक डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस हादसे की खबर सुनते ही अरविंद के परिवार में शोक छा गया और पूरे गांव में मातम का माहौल हो गया।
हादसे के बाद, मृतक के परिजनों को समर्थन देने के लिए गांव के कई लोग आगे आए। सरपंच सुनीता नायक, पूर्व सरपंच अंजू यादव, सुरेश नायक, राम सिंह यादव, राजेंद्र यादव और लोकेश यादव जैसे प्रमुख लोग गहरा दुःख व्यक्त करते हुए अरविंद के परिवार को सांत्वना दी। स्थानीय पुलिस ने भी इस हादसे की जानकारी दी। बहाववाला पुलिस थाने के एसएचओ रविंद्र सिंह ने पुष्टि की कि यह सड़क हादसा अरविंद के लिए जानलेवा साबित हुआ।
पोस्टमॉर्टम के बाद, शव को परिवार के सदस्यों को सौंप दिया गया, जिससे उनकी तकलीफ और बढ़ गई। इस घटनाक्रम ने न केवल अरविंद के परिवार को बल्कि पूरे गांव को गहरे सदमे में डाल दिया है। इस तरह की घटनाएं समाज में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता को दर्शाती हैं, ताकि सड़क पर सुरक्षा के लिए सभी को जागरूक किया जा सके। दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक है कि हर चालक सड़क के नियमों का पालन करें और अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखें। ऐसे में, अरविंद की दुखद मौत हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि किस प्रकार हम बेहतर सुरक्षा सुविधाओं और जिम्मेदार ड्राइविंग के जरिए आने वाले खतरों से बच सकते हैं।
समुदाय में इस हादसे के बाद हर कोई इस बात पर सहमत है कि सड़क सुरक्षा को लेकर और अधिक जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है, जिससे भविष्य में ऐसे दर्दनाक हादसे न घटें। अरविंद की याद में गांववाले एकजुट होकर सुरक्षा संदेश फैलाने का संकल्प कर रहे हैं, ताकि कोई और परिवार इस तरह के दुःख का सामना न करे।