अमृतसर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें चुनाव आचार संहिता लागू होने के बावजूद एक ग्रंथी सिंह की हत्या कर दी गई। यह घटना उस समय हुई, जब मृतक रमन सिंह अपने पिता दिलबाग सिंह के साथ देर रात धार्मिक सेवा के बाद अपने गांव मढ़ियां लौट रहे थे। रमन की शादी को केवल एक साल ही हुआ था और उनके तीन महीने का एक बेटा भी है। पुलिस घटना की गंभीरता को देखते हुए मामले की गहन जांच कर रही है और हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी रखी गई है।
घटना के वक्त रमन और उनके पिता गुरुद्वारा श्री नौवीं पातशाही बाबा बकाला से लौट रहे थे, जहां रमन ग्रंथी सिंह के रूप में सेवा करते थे। उनके अनुसार, रात लगभग 2 बजे जब वे रास्ते में थे, तभी ब्यास निवासी साहिब सिंह ने उन्हें रोककर रमन पर तेज धार हथियार से हमला कर दिया। यह हमला उनके लिए जानलेवा साबित हुआ और आरोपी तत्काल घटनास्थल से फरार हो गया। इस नृशंस रूप से की गई हत्या ने स्थानीय समुदाय में हलचल मचा दी है।
मृतक के परिजनों के अनुसार, रमन का अत्यंत बर्बरतापूर्ण तरीके से कत्ल किया गया। कथित तौर पर, उसकी आंखों में पहले लाल मिर्च डाली गई, जिसके बाद उसे मारा गया। यह जानकारी न केवल अपने आप में भयावह है, बल्कि यह हत्या की जड़ें भी जगजाहिर करती हैं, जो कि किसी भी समुदाय के लिए अस्वीकार्य हैं। रमन सिंह की आयु मात्र 28 वर्ष थी और वह एक नन्हे बेटे का पिता था, जिन्हें अब अपने पिता के बिना जीवन जीना होगा।
पुलिस थाना रईया की टीम ने घटना के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी साहिब सिंह की तलाश शुरू कर दी है। उनकी गिरफ्तारी के लिए विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की जा रही है। पुलिस ने मृतक के पिता दिलबाग सिंह के बयानों के आधार पर आगे की कार्रवाई की योजना बनाई है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपी को पकड़ लिया जाएगा। फिलहाल, रमन सिंह का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, ताकि हत्या के कारणों का स्पष्ट पता लगाया जा सके।
इस घटना ने न केवल रमन के परिवार को बल्कि पूरे समाज को भी हिलाकर रख दिया है। यह मामले समाज में सुरक्षा और कानून व्यवस्था के प्रति गहरे सवाल खड़े कर रहा है। स्थानीय निवासियों ने इस हत्या की कड़ी निंदा की है और मृतक के परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है। साथ ही, यह घटना चुनावी माहौल में भी एक प्रमुख समस्या बन गई है। सभी की निगाहें अब इस हत्या के मामले की तफ्तीश पर टिकी हुई हैं, ताकि आरोपी को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाया जा सके।