पंजाब के अमृतसर में गोल्डन टेंपल के बाहर सुखबीर बादल पर हुए हमले के बाद, अकाली दल ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाए हैं। शनिवार को बिक्रम मजीठिया ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुए नारायण सिंह चौड़ा से संबंधित वीडियो साझा किए। इन वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि 3 और 4 दिसंबर को नारायण सिंह चौड़ा गोल्डन टेंपल में मौजूद था और सुखबीर बादल के आसपास भी दिखाई दिया। मजीठिया ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस के दावे के अनुसार, सुखबीर बादल की सुरक्षा के लिए 175 पुलिसकर्मी तैनात थे, लेकिन जब यह हमला हुआ, तब वहां केवल एक एएसआई जसबीर सिंह और कुछ स्थानीय अकाली वर्कर मौजूद थे।
मजीठिया ने घटनाक्रम पर सवाल उठाते हुए कहा कि 3 दिसंबर को नारायण चौड़ा गोल्डन टेंपल में आए-जाएँ करते रहे, वहीं 4 दिसंबर को वह सीधे सुखबीर बादल की ओर देखा गया। उन्होंने यह भी संकेत किया कि जब सुरक्षा व्यवस्था का सीधा उल्लंघन हुआ, तो 175 पुलिसकर्मी कहाँ थे? उनकी प्रतिक्रिया में यह बात सामने आई है कि पुलिस की लापरवाही से इस वारदात को अंजाम दिया गया।
बिक्रम मजीठिया ने भावनात्मक रूप से अपनी बात रखते हुए कहा कि उनके बच्चे गुरुघर में अरदास करने के बाद ही इस दुनिया में आए हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें धमकाने वाले लोग समझ लें कि वह खुद को बचाने के लिए नहीं डरते। मजीठिया ने कहा, “मेरे लिए यह जरूरी है कि मैं पंजाब के माहौल को बिगडने नहीं दूंगा।” उन्होंने इस बात पर ध्यान दिलाया कि कुछ लोग पंजाब में तनाव को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने एक महिला की धमकी का भी उल्लेख किया, जिसमें वह मजीठिया को मारने की बात कर रही थी और उसकी बात सुनने के लिए पुलिस चुप खड़ी थी। मजीठिया ने कहा कि यह एक असामाजिक तत्वों की साजिश है, जो पंजाब में हालात को खराब करने के लिए सक्रिय हैं। उन्होंने एक बार फिर जोर देकर कहा कि वह गुरु का सिख हैं और किसी भी तरह की धमकी से डरने वाले नहीं हैं।
अकाली दल के इस नेता ने पूर्व में भी इसी तरह के विवादों का जिक्र करते हुए यह बताया कि 2017 में भी ऐसे हालात पैदा करने के लिए बातें हुई थीं। उन्होंने कहा कि पंजाबी समुदाय में एकजुटता बनाए रखना होगा और किसी भी प्रकार के असामाजिक तत्वों की गतिविधियों का मुकाबला करना होगा। उनका मानना है कि ऐसा माहौल बनाने के पीछे कुछ लोग राजनीतिक साजिश कर रहे हैं।
इस तरह, मजीठिया ने न केवल पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए बल्कि यह भी स्पष्ट किया कि वह पंजाब के शांति और सद्भाव को कायम रखने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।