कोडरमा व्यवहार न्यायालय में 7196 वादों का निष्पादन, 10 करोड़ से अधिक की वसूली
कोडरमा, 14 दिसंबर (हि.स.)। व्यवहार न्यायालय परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत में आठ बेंचों के माध्यम से कुल 7196 वादों का निष्पादन किया गया। इसमें लंबित वादों की संख्या 1425 तथा प्री-लिटिगेशन के 5771 मामले (बैंक ऋण व अन्य) शामिल हैं। साथ ही विभिन्न विभागों से कुल 10 करोड़ 95 लाख 62 हजार 875 रुपये राजस्व की वसूली की गई।
मौके पर प्रधान जिला जज बाल कृष्ण तिवारी ने कहा कि लोक अदालत शीघ्र, सस्ता, एवं सुलभ न्याय पाने का सशक्त माध्यम है। उन्होंने कहा कि लोक अदालत की लोकप्रियता दिन प्रतिदिन बढती जा रही है। वादों के निष्पादन के दृष्टिकोण से कोडरमा का ग्राफ काफी ऊंचा है। इसके लिए सभी न्यायिक पदाधिकारी बधाई के पात्र है। लोक अदालत में दोनों पक्षों की जीत होती है।
राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, रांची में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत के उद्घाटन समारोह को कोडरमा न्यायमंडल के न्यायिक पदाधिकारियों, पैनल अधिवक्ता, मध्यस्थ एवं पारा लीगल वोलेनटियर सहित अन्य स्टेक होल्डर ने यू ट्यूब के लिंक के माध्यम से जुड़कर ऑनलाइन अवलोकन किया। प्रधान जिला जज बालकृष्ण तिवारी ने सभी बेंचों का निरीक्षण किया एवं निर्देश दिए।
इस मौके पर मुंसिफ मिथिलेश कुमार, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी शिवांगी प्रिया, ज्योत्सना पाण्डेय, नमिता मिंज, एलडीएम निवास कुमार, स्टेट बैंक के मुख्य शाखा प्रबंधक वन विभाग, उत्पाद विभाग, विद्युत विभाग के पदाधिकारी एवं विभिन्न बैंकों के अधिकारी कर्मचारी, न्यायालयकर्मी रणजीत कुमार सिंह, राजीव कुमार, अजीत कुमार, विकाश कुमार, रविन्द्र कुमार, अमरेन्द्र कुमार सिन्हा, अनील कुमार सिंह, मनोज कुमार मिश्रा, महेश्वर कुमार, दीपक कुमार, राजेंद्र कुमार, प्रियंका कुमारी, रवि कुमार, अभिमन्यु कुमार, सहित भारी संख्या में अधिवक्ता न्यायालयकर्मी, विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि व पक्षकार गण मौजूद थे।
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