लुधियाना की केसर गंज मंडी में 9 अक्टूबर को एक विवादित घटना घटी है, जिसमें ड्राई फ्रूट व्यापारियों और कुछ बदमाशों ने कई युवकों की पिटाई कर दी। इस घटना के केंद्र में आरोप था कि ये युवक फर्जी जीएसटी अधिकारी बनकर दुकानदारों को धमका रहे हैं। जब यह मामला बढ़ा, तो दुकानदारों ने भी आरोपित युवकों की पिटाई करने में कोई संकोच नहीं किया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए दुकानदारों ने तुरंत पुलिस को बुलाया, जिसके बाद पुलिस ने इन युवकों को पकड़कर थाने ले गई।
जांच के दौरान यह बात सामने आई कि यह सब एक झूठी अफवाह का नतीजा था। कुछ शरारती युवकों ने उन निर्दोष युवकों के प्रति बाजार में गलत सूचनाएं फैला दीं, जिससे दुकानदारों और कुछ राहगीरों ने उनकी पिटाई कर दी। यह घटना लगभग डेढ़ महीने पहले हुई, लेकिन अब जाकर थाना कोतवाली की पुलिस ने इस मामले में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।
पीड़ित हरचरण सिंह, जो कि दशमेश नगर खन्ना के निवासी हैं, ने कोतवाली थाने में जानकारी दी कि वह अपने दोस्तों के साथ ड्राई फ्रूट खरीदने के लिए केसरगंज बाजार गए थे। उन्होंने दुकानदारों के साथ एक दुकान पर जाकर सामान लेना शुरू किया, तभी वहां कुछ युवकों ने आकर उन्हें फर्जी जीएसटी अधिकारी बताया। हरचरण ने कहा कि शोर सुनकर अन्य दुकानदार भी मौके पर पहुंचे और बगैर किसी तफ्तीश के ही तीनों युवकों की पिटाई शुरू कर दी। इस झगड़े में हरचरण की पगड़ी भी गिर गई, जो कि उनके लिए अपमानजनक साबित हुआ।
इस घटना की गंभीरता को देखते हुए, दुकानदारों ने मीडिया कर्मियों को गलत सूचना दी और इसको लाइव प्रसारण भी किया। इसके बाद से इन युवकों की सामाजिक छवि को नुकसान पहुंचा और लोग उन्हें गलत नजर से देखने लगे। इस मामले में अब पुलिस ने 10 से 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ कानूनी धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है, जिसमें धारा 115(2), 126(2), और 190 बीएनएस शामिल हैं। पुलिस अब इस मामले में जांच कर रही है ताकि सच्चाई को सामने लाया जा सके और दोषियों को सजा दी जा सके।
इस घटना ने यह सिद्ध कर दिया है कि किस प्रकार केवल एक झूठी अफवाह के आधार पर किसी की सम्मान को ठेस पहुंचाई जा सकती है। समाज में इस तरह की घटनाएँ न केवल पीड़ितों के लिए बल्कि समाज के अन्य सदस्यों के लिए भी चिंता का विषय हैं। पुलिस का कार्य है कि वे मामले की सही जांच करें और निर्दोषों को न्याय दिलाने का प्रयास करें।