सोनीपत:
कागजों पर बना दी रिटेनिंग वॉल, भ्रष्टाचार मामले की जांच के आदेश
– कंस्ट्रक्शन कंपनी को 50 लाख रुपये
का भुगतान कर दिया
सोनीपत, 11 नवंबर (हि.स.)। सोनीपत
के छतेहरा गांव में रोड के किनारे रिटेनिंग वॉल बनाने के नाम पर बड़ा भ्रष्टाचार का मामला सामने
आया है। लोक निर्माण विभाग ने दीवार का निर्माण
किए बिना ही कंस्ट्रक्शन कंपनी को 50 लाख रुपये का भुगतान कर दिया। इस मामले की शिकायत मिलने
पर आनन-फानन में दीवार खड़ी कर दी गई, जिसमें कच्ची ईंटों का उपयोग कर सीमेंट
का प्लास्टर कर घटिया सामग्री और गुणवत्ता छुपाई जा सके।
बता दें कि साेनीपत के छतेहरा गांव में दाे साल पूर्व दिसम्बर
2022 में 400 मीटर लम्बी रिटेनिंग वॉल और सड़क की मरम्मत के लिए 50 लाख रुपये का बजट
तय किया गया था। यह काम जून 2023 तक पूरा होना था और इसके लिए नाबार्ड से फंड मिला
था। लेकिन जून 2023 के बाद भी दीवार नहीं बनाई गई, जबकि दस्तावेजों में काम पूरा दिखाकर लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने कार्यदायी संस्था (कंस्ट्रक्शन कंपनी) को भुगतान कर दिया गया।
करीब
डेढ़ साल बाद एक शिकायतकर्ता तमन्ना गहलावत ने नाबार्ड को इस फर्जीवाड़े की शिकायत
की। इसके बाद नाबार्ड के इंजीनियर ने सोनीपत पीडब्ल्यूडी को पत्र लिखकर स्थिति स्पष्ट
करने को कहा। 21 अक्टूबर 2024 को मौके का निरीक्षण करने पर अधिकारियों को पता चला कि इस निर्माण की केवल
नींव की खुदाई हुई थी और दीवार गायब थी। मामले की जांच शुरू होते ही आनन-फानन ठेकेदार ने 25 अक्टूबर 2024 को
दीवार का निर्माण कार्य शुरू करा दिया, जिसमें कच्ची ईंटों का उपयोग कर इसे केवल दिखावे
के लिए कार्य काे पूरा दिखाया गया।
भ्रष्टाचार के मामले में सोनीपत के उपायुक्त डॉ.
मनोज कुमार ने संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सभी
संबंधित दस्तावेजों का विस्तृत मिलान कराया जा रहा है, दाेषी पाए जाने वाले विभागीय जिम्मेदाराें पर कार्रवाई तय की जाएगी।
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