लुधियाना: 12वीं छात्र ने फिनाइल पीकर किया चौंकाने वाला कदम, टीचर की पिटाई बनी वजह!

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लुधियाना के मुल्लापुर स्थित एक सरकारी स्कूल में एक बेहद दुखद घटना ने सभी को हिला दिया है। बुधवार शाम को 12वीं कक्षा के एक छात्र ने विद्यालय के बाथरूम में फिनाइल पी लिया। यह घटना तब हुई जब छात्र शिव कुमार, जो हसनपुर के सरकारी स्कूल में पढ़ाई कर रहा है, को उसके सहपाठियों के सामने एक पुरुष शिक्षक द्वारा बाल पकड़कर घसीटकर प्रिंसिपल के कमरे में ले जाया गया। इस अप्रिय घटना के बाद स्कूल में हंगामे की स्थिति उत्पन्न हो गई।

गौरतलब है कि यह पूरा मामला तब शुरू हुआ जब किसी छात्र ने स्कूल में पटाखा फोड़ दिया। इसके बाद शिक्षक ने बिना कोई उचित कारण बताये, शिव को उसकी कक्षा से बाहर निकालकर मारना शुरू कर दिया। इस मारपीट का दृश्य देखकर सभी उपस्थित छात्र हंसते रहे, जिससे शिव Kumar का मनोबल और भी टूटा। छात्र ने बार-बार यह जाहिर करने की कोशिश की कि वह पटाखा नहीं चला रहा था, लेकिन उसकी बात को नजरअंदाज किया गया। इस घटना से गहरे आहत होकर उसने अत्यंत निराशा में बाथरूम में जाकर फिनाइल पी लिया।

जब शिव की हालत बिगड़ने लगी, तो उसके दोस्तों ने उसे एम्बुलेंस के माध्यम से मुल्लापुर के सिविल अस्पताल पहुंचाया। यहां पर चिकित्सकों ने उसकी गम्भीर स्थिति को देखकर उसे लुधियाना के सिविल अस्पताल रिफर कर दिया। इस घटना के तुरंत बाद शिव के परिजनों को सूचना दी गई, ताकि वे अस्पताल पहुंच सकें। यह घटना केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी नहीं, बल्कि स्कूल प्रशासन की कार्यप्रणाली और छात्रों की सुरक्षा पर भी कई महत्वपूर्ण प्रश्न खड़े करती है।

इस मामले को लेकर जब स्कूल प्रशासन से संपर्क करने का प्रयास किया गया, तो किसी भी अधिकारी ने फोन उठाने की जहमत नहीं उठाई, जिससे ये साफ होता है कि शायद प्रशासन इस घटना को छुपाने का प्रयास कर रहा हो। छात्र के परिजनों ने इस मामले को गांव की पंचायत में उठाने का निर्णय लिया है और कहा है कि वह पंचायत के फैसले के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे। इस तरह की घटनाएं स्कूल में छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और सुरक्षा के ऊपर गम्भीर सवाल उठाती हैं।

कुल मिलाकर, यह घटना शिक्षा के क्षेत्र में सतत सुधार की आवश्यकता को रेखांकित करती है। स्कूलों को चाहिए कि वे छात्रों के प्रति संवेदनशील रहें और इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाएं। यह घटना न केवल एक छात्र की जिंदगी को प्रभावित करती है, बल्कि समाज की युवा पीढ़ी की मानसिकता और उनके भविष्य पर भी गहरा असर डाल सकती है।