जालंधर के साकरे बाजार स्थित खिंगरा गेट के पास दीपावली की रात को दो पक्षों के बीच विवाद के बाद एक गंभीर घटनाक्रम सामने आया। इस घटना में बदमाश साहिल कपूर उर्फ मनु कपूर ढिल्लों और उसके साथियों ने फायरिंग की, जिससे ऋषभ उर्फ बादशाह नामक युवक की tragik मौत हो गई। ऋषभ का अंतिम संस्कार आज शाम पांच बजे किशनपुरा श्मशान घाट में किया गया। इससे पहले, ऋषभ के परिवार ने भगवान वाल्मीकि चौक (ज्योति चौक) पर धरना दिया, जिससे शहर में तनाव उत्पन्न हो गया। परिवार का आरोप था कि पुलिस द्वारा आरोपी मनु कपूर को विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं, जिसके चलते उन्होंने यह प्रदर्शन शुरू किया। धरने के बाद, पुलिस ने थाना डिवीजन नंबर-3 के एसएचओ रविंदर कुमार को लाइन हाजिर किया और इसी के बाद परिजनों ने अपना धरना समाप्त किया।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने हत्या और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार, आरोपियों में साहिल कपूर, साजन सहोता, मानव, नन्नू कपूर, डॉक्टर कोहली और अन्य अज्ञात व्यक्तियों का नाम शामिल है। आरोपियों ने अपने अवैध हथियार से करीब पांच राउंड फायरिंग की थी, जिससे ऋषभ की जान चली गई। यह भी जानकारी मिली है कि मनु कपूर एक बड़े राजनीतिक नेता का करीबी है और घटना के बाद वह फायरिंग के स्थल से फरार हो गया। इस बीच, ऋषभ की मौत के बाद उसके परिजनों ने जोहाल अस्पताल के बाहर होशियारपुर हाईवे को बंद कर दिया, जिससे लोग काफी परेशान हुए। परिवार का आरोप था कि मनु का पिता भी हत्या की घटना के समय मौके पर मौजूद था।
ऋषभ के परिवार ने आरोप लगाया कि हत्या के समय मनु कपूर ने अपनी गैंग के साथ मिलकर घेराबंदी की थी। जबकि वह अपने काम से घर वापसी कर रहा था, तभी इस भयानक कृत्य को अंजाम दिया गया। घटना के बाद से परिवार में गहराई से शोक का माहौल है। परिवार ने घटना के बाद मांग की थी कि आरोपी को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। धरना समाप्त करने के बाद, पुलिस ने मनु कपूर की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। इसके पश्चात मनु को गिरफ्तार कर लिया गया।
इस घटना के बाद, एक अन्य युवक ईशू जो कि ऋषभ का करीबी दोस्त था, वह भी गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया है। ईशू की हालत अब में खतरे से बाहर बताई जा रही है। दोनों युवकों का उपचार विभिन्न अस्पतालों में चल रहा था। ऋषभ की मौत के बाद पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए आवश्यक कार्रवाई की। इस तरह की घटनाएं समाज में चिंता का विषय बनती जा रही हैं, और इस पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की आवश्यकता है।