अमृतसर में सीमा पार तस्करी रैकेट के 2 गिरफ्तार, तुर्की-अन्य देशों की 8 पिस्टलें जब्त!

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पंजाब पुलिस की काउंटर इंटेलिजेंस शाखा ने अवैध हथियारों की तस्करी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई की है, जिसमें उन्होंने एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह से जुड़े दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। कॉउंटर इंटेलिजेंस को पहले ही इस गिरोह की गतिविधियों की जानकारी थी, और शुक्रवार को अमृतसर के गांव नूरपुर पधरी में विशेष कार्रवाई करते हुए इन तस्करों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि ये आरोपी उस समय पकड़े गए जब वे एक ग्राहक को हथियारों की डिलीवरी देने पहुंचे थे।

गिरफ्तार किए गए आरोपियों से कुल 8 अत्याधुनिक पिस्तौल बरामद की गई हैं। इनमें चार ऑस्ट्रिया निर्मित ग्लॉक पिस्तौल, दो तुर्की निर्मित 9 मिलीमीटर पिस्तौल और दो जिगाना .30 बोर पिस्तौल शामिल हैं। इसके अलावा, पुलिस ने मौके से 10 राउंड गोलियां भी बरामद की हैं। इस मामले में स्टेट स्पेशल ऑपरेशंस सेल (एसएसओसी) अमृतसर में आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि यह एक बड़ी सफलता है जो अवैध हथियारों की तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का एक हिस्सा है।

पुलिस ने इस मामले की जांच के दौरान आरोपियों की नेटवर्किंग की जानकारी हासिल करने का काम भी शुरू कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए तस्करों के इस नेटवर्क की विस्तार से जांच की जाएगी ताकि अन्य संदिग्धों की पहचान की जा सके। यह भी बताया गया कि पुलिस जल्द ही इस गैंग के अन्य सदस्यों को भी पकड़ने की योजना बना रही है, जिससे अवैध हथियारों की तस्करी को रोकने में मदद मिलेगी।

यह घटना पंजाब में कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस की सक्रियता का एक बेहतरीन उदाहरण है। डीजीपी ने सभी पुलिस कर्मियों को ऐसे मामलों में सतर्क रहने और तस्करी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि पंजाब पुलिस अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए गंभीर और प्रभावी कदम उठा रही है। भविष्य में भी ऐसे ऑपरेशन्स चलाए जाने की उम्मीद है ताकि अपराधियों को कानून के शिकंजे में लाया जा सके।

इस कार्रवाई से यह संदेश भी जाता है कि अवैध हथियारों का कारोबार करने वालों के लिए कानून का दायरा और कड़ा हो रहा है। पुलिस ने संकेत दिया है कि वे ऐसे सभी गिरोहों को पकड़ने के लिए तत्पर हैं, जो समाज के लिए खतरा बन सकते हैं। इस प्रकार की हीन गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करना, पुलिस की प्राथमिकताओं में से एक है।