खूंटी में उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के साथ ही लोक आस्था के चार दिवसीय महापर्व का समापन 

Share

खूंटी में उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के साथ ही लोक आस्था के चार दिवसीय महापर्व का समापन 

खूंटी, 8 नवंबर (हि.स.)। लोक आस्था और नेम निष्ठा का चार दिवसीय महापर्व छठ शुक्रवार को उदीयमान भगवान भुवन भास्कर को दूसरा अर्घ्य प्रदान करने के साथ ही संपन्न हो गया। तड़के साढ़े तीन बजे से ही पूरा वातारण छठ मैया के गीतों से गुंजामयान हो उठा। चार बजते-बजते श्रद्धालुओं की भारी भीड़ छठ घाटों पर उमड़ने लगी। जिला मुख्यालय के राजा तालाब, चौधरी तालाब, साहू तालाब, नया तालाब, दादुल घाट के अलावा, तजना नदी, कुंजला, सोसोटोली सहित आसपास के छठ घाटों में भगवान सूर्य को अर्घ्य प्रदान करने के लिए आस्था की भीड़ उमड़ पड़ी।

जैसे ही पूर्व में उदीयमान सूर्य नारायण की लालिमा नजर आयी, पूरा छठ घाट ऐही सूर्याे संहस्त्रांशों के वैदिक मंत्रों से गुंजने लगा। भगवान भास्कर को दूसरा अर्घ्य देने के बाद व्रतियों ने सूर्य पूजन और रवि षष्ठी व्रत की कथा सुनकर हवन किया और प्रसाद का वितरण किया। प्रसाद पाने के लिए लोगों में होड़ सी मची रही। सांध्य और प्रातःकालीन अर्घ्य को लेकर विभिन्न छठ घाटों में आकर्षक विद्युत सज्जा की गयी थी। छठ घाटों से लौटने के बाद व्रतियों ने विभिन्न मंदिरों में पूजा-अर्चना कर अपने और परिवार की खुशहाली की कामना की।

चौधरी तालाब और तोरपा के छाता नदी घाट पर स्थापित की गई सूर्यदेव की मूर्ति

छठ महापर्व के दौरान शहर के चौधरी तालाब और तोरपा के छाता नदी छठ घाट पर इस बार भी खूंटी में युवा शक्ति मंच और तोरपा में फ्रेंड्स क्लब द्वारा भगवान सूर्यनारायण की प्रतिमा स्थापित की गई थी। सूर्यदेव की मूर्ति की श्रद्धालुओं ने विधिवत पूजा-अर्चना की। जैसे ही भगवान भुवन भास्कर की लालिमा नजर आई, ऐही सूर्याे सहस्त्रांशो तेजो राशि …. के वैदिक मंत्रों के बीच भगवान सूर्य को पहला अर्घ्य देने के लिए लोगों में मानो होड़ मच गई। जिला मुख्यालय के राजा तालाब, साहू, तालाब, चौधरी तालाब, तजना नदी, कारो नदी, छाता नदी सहित अन्य नदियों और सरोवरों में भारी भीड़ उमड़ पड़ी। ध्वनिविस्तारक यंत्रों से गूज रहे वैदिक मंत्रों और छठ के गीतों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। तोरपा में फ्रेंड्स क्लब द्वारा छठ घाट पर बेहतरीन सजावट की गई थी।

—————