बिट्टू ने राहुल गांधी पर चुटकी ली: कहा, “समझ देर से आती, बयान देने में नाकाम”

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चंडीगढ़ में केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने एक बार फिर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अपने निशाने पर लिया। मीडिया से बात करते हुए जब उनसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबंध में राहुल गांधी के बयानों पर सवाल किया गया, तो बिट्टू ने कहा कि राहुल गांधी की समझदारी अक्सर बहुत देर से आती है। उन्होंने चुनावी परिणामों का जिक्र करते हुए कहा कि हार-जीत तो चुनावों में होती रहती है। खासकर हरियाणा में, बड़े-बड़े लोगों को किसानों की जमीनों का मुआवजा देने के बारे में बोलते हुए बिट्टू ने हुड्डा सरकार पर आरोप लगाया कि उनके जमाई को कितनी जमीन दी गई, यह पूछना चाहिए। बिट्टू का कहना था कि अडानी और अंबानी का मुद्दा बाद में उठाया जाएगा, क्योंकि संबंधित मामलों अब अदालतों में हैं।

राहुल गांधी पर जिन आरोपों की उन्होंने पुष्टि की, उनके बारे में बिट्टू ने कहा कि वह अपने विचारों को सोच-समझ कर रखते हैं। उन्होंने जो बातें कहीं, उन पर उन्होंने आज भी कायम रहने का विश्वास दिलाया। बिट्टू ने राहुल गांधी के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वह सिखों के प्रति जो बयान देते हैं, उस पर सिखों की वास्तविक स्थिति को समझने के लिए उनके अनुभव पर भरोसा किया जाना चाहिए। बिट्टू का आरोप था कि राहुल गांधी खुद कोई विचार पेश करने में सक्षम नहीं हैं और जो उन्हें बताया जाता है, बस वही बोलते हैं।

बिट्टू ने राहुल गांधी के एक बयान का जिक्र करते हुए कहा कि कल उन्होंने जलेबी के संबंध में बात की थी। उन्होंने सवाल उठाया कि जलेबी फैक्ट्री में क्या होता है और यह कैसे संभव है कि इससे 50,000 लोगों को रोजगार मिल सके। उनका कहना था कि इस तरह की बातें लोगों को गुमराह करने के लिए होती हैं। अमेरिका में सिखों की पगड़ी उतारने के मामले का जिक्र करते हुए बिट्टू ने कहा कि जब वहां एक सिख जत्थे को पगड़ी उतारने के लिए कहा गया, तब पंजाब कांग्रेस के नेताओं और राष्ट्रीय नेताओं ने इस पर कुछ नहीं कहा।

राहुल गांधी के अमेरिका में दिए गए बयान पर बिट्टू ने कहा कि यह गंभीर है और इसे समझने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि वह इस मुद्दे पर पत्र लिखने की योजना बना रहे हैं ताकि स्थिति स्पष्ट की जा सके। इससे स्पष्ट होता है कि बिट्टू ने राहुल गांधी के बयानों को न केवल गलत बताया है, बल्कि उन्होंने उन्हें देश की सिख समुदाय की भावनाओं के लिए हानिकारक भी बताया है।

इस तरह से रवनीत सिंह बिट्टू ने अपनी बातों के जरिए राहुल गांधी की राजनीति और उनके बयानों को लेकर उनकी आलोचना की है और साथ ही सिख समुदाय के प्रति अपनी स्थिति को भी स्पष्ट किया है। उन्होंने अपने विचारों को स्पष्ट करते हुए बताया कि वे अपने बयान पर खड़े हैं और आगे भी इसी तरह की बातों को उठाते रहेंगे।