पंजाब पुलिस ने हाल ही में अवैध ट्रैवल एजेंसियों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। इस अभियान के अंतर्गत पुलिस ने 18 ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की है। ये एजेंसियां सोशल मीडिया पर विदेश में नौकरी के झूठे विज्ञापनों के माध्यम से लोगों को धोखा देने का काम कर रही थीं। इस प्रकार अब तक कुल 43 ट्रैवल एजेंसियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा चुकी है। पंजाब के डीजीपी एनआरआई प्रवीण कुमार ने जानकारी दी कि ये एजेंट बिना किसी वैध लाइसेंस के युवाओं को विदेश नौकरी का लालच देकर ठगी कर रहे थे।
पुलिस ने इन धोखेबाजों की पहचान करने के लिए विशेष जांच का आयोजन किया। ऑनलाइन प्लेटफार्मों का गहन विश्लेषण किया गया, जिससे आरोपियों के दस्तावेजों की गुप्त जांच की गई। इसके फलस्वरूप उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करना संभव हो सका। इस दौरान, विभिन्न थानों में इमिग्रेशन एक्ट की धारा 24/25 के तहत 18 नई एफआईआर दर्ज की गई हैं, जो समाज में बढ़ती धोखाधड़ी की घटनाओं को उजागर करती हैं।
इन नए मामलों में से सितंबर में 6 और अक्टूबर में 12 एफआईआर दर्ज की गई हैं। प्रवासी क्षेत्र के लिए यह काफी महत्वपूर्ण है कि पुलिस ने जिन एजेंसियों पर यह कार्रवाई की है, उनमें कई प्रमुख नाम शामिल हैं। अमृतसर, मोहाली, लुधियाना और पटियाला जैसे जिलों की विभिन्न कंपनियों के नाम एफआईआर में उल्लिखित हैं। इनमें वन पॉइंट सर्विसेज, साई एंजल ग्रुप, भारत इमिग्रेशन जैसी प्रतिष्ठित फर्मों के नाम शामिल हैं जिनपर कार्रवाई की गई है।
इस कार्रवाई का उद्देश्य न केवल धोखाधड़ी को रोकना है, बल्कि समाज में जागरूकता फैलाना भी है। कई युवा जो विदेश में रोजगार की तलाश में हैं, वे अक्सर इन फर्जी ट्रैवल एजेंटों के झांसे में आ जाते हैं। पुलिस की इस सख्त कार्रवाई से यह संदेश गया है कि अब ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। नागरिकों को भी सलाह दी गई है कि वे किसी भी ट्रैवल एजेंसी से सेवाएं प्राप्त करने से पहले उसकी मान्यता और पहचान की पुष्टि अवश्य करें।
इस प्रकार की कार्रवाई सामाजिक सुरक्षा के दृष्टिकोण से अत्यंत आवश्यक है, विशेषकर तब जब युवा करियर बनाने के लिए विदेशों का रुख कर रहे हैं। पंजाब पुलिस का यह कदम अन्य राज्यों के लिए एक उदाहरण भी हो सकता है, जिससे वे भी अपनी सीमाओं में इसी प्रकार की धोखाधड़ी के खिलाफ ठोस कदम उठा सकें। इस प्रकार, सरकारी एजेंसियों का सक्रिय होना और लोगों को जागरूक करना एक सकारात्मक दिशा में बढ़ता कदम है।