गुरदासपुर फूड सेफ्टी टीम का धमाका: सब्जी मंडी में छापेमारी, पनीर सैंपल जांच के लिए भेजे!

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पंजाब के गुरदासपुर में त्योहारों के आगमन के मद्देनजर, स्वास्थ्य विभाग का खाद्य सुरक्षा विंग हानिकारक मिठाइयों एवं अन्य खाद्य पदार्थों की जांच कर रहा है। इसी संदर्भ में सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा, डॉ. एस पन्नू के नेतृत्व में एक टीम ने आज सुबह ताड़कसर सब्जी मंडी में पनीर विक्रेताओं के पास पहुंचकर जांच प्रक्रिया आरंभ की। इस दौरान पनीर के नमूनों को भी इकट्ठा किया गया।

डॉ. जीएस पन्नू ने इस जांच प्रक्रिया की महत्ता बताते हुए कहा कि त्योहारों के समय पर मिठाइयों और अन्य खाद्य सामग्रियों की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए निरंतर निरीक्षण किया जा रहा है। आज, गुप्त सूचना के आधार पर, सब्जी मंडी में कुछ दिनों से बाहर से आ रहे पनीर के ट्रकों को रोका गया और यहाँ से पनीर के दो नमूने लिए गए। इन नमूनों को त्वरित प्रयोगशाला जांच के लिए भेजा गया है, ताकि उनकी गुणवत्ता का सही-सही assessment किया जा सके।

सैंपल की जांच रिपोर्ट आने पर यदि पनीर मानकों पर खरा नहीं उतरता है, तो संबंधित विक्रेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। डॉ. पन्नू ने बताया कि खाद्य सुरक्षा विभाग इस प्रकार के निरीक्षणों को एक नियमित प्रक्रिया के रूप में संचालित कर रहा है, ताकि उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता वाले खाद्य उत्पाद मिल सकें। उन्होंने कहा कि त्योहारों के समय में मिठाइयों एवं अन्य खाद्य सामग्रियों की बिक्री में वृद्धि होती है, जिससे हानिकारक तत्वों का मिश्रण होने का खतरा बढ़ जाता है।

इस तरह के नुकसानों से बचने के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग हर संभव प्रयास कर रहा है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सभी खाद्य पदार्थ मानकों के अनुसार हों। उनके अनुसार, उपभोक्ताओं को सुरक्षित और स्वच्छ खाद्य सामग्री प्राप्त हो, यही विभाग का मुख्य लक्ष्य है। उन्होंने सभी विक्रेताओं को सावधानी बरतने और गुणवत्ता के मानकों का पालन करने की सलाह दी है, ताकि त्योहारों के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।

इस जांच प्रक्रिया के अलावा, विभाग ने जनता को भी जागरूक करने का निर्णय लिया है ताकि वे खुद अपनी स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा के प्रति सजग रहें। इसके लिए विभिन्न माध्यमों से लोगों को सही और सुरक्षित खाद्य पदार्थों की पहचान करने के तरीके बताए जा रहे हैं, ताकि वे स्वस्थ रहें और त्योहारों का आनंद सुरक्षित तरीके से ले सकें। इस पहल का मुख्य उद्देश्य जनता में जागरूकता फैलाना और खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता में सुधार करना है।