फिरोजपुर जिले के जीरा शहर में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जिसमें एक पिता ने अपने बेटे को नशा करने से रोका, जिसके परिणामस्वरूप उसे अपनी जान गंवानी पड़ी। रक्षपाल सिंह, जो 48 वर्ष के हैं और मोहल्ला मॉलसिया जीरा के निवासी हैं, अपने बेटे प्रभजीत सिंह की नशे की लत से चिंतित थे। इस चिंता के कारण वे अक्सर अपने बेटे के साथ झगड़ते रहते थे। पिछले दिन जब रक्षपाल सिंह ने अपने बेटे को नशे के लिये रोकने का प्रयास किया, तो आवेश में आकर प्रभजीत ने पिता पर दतार से हमला कर दिया।
इस घटनाक्रम में रक्षपाल सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत जीरा सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी स्थिति बिगड़ गई। जानकारी के अनुसार, अस्पताल में इलाज के दौरान रक्षपाल सिंह की हालत अधिक खून बहने के कारण नाजुक हो गई और वे जीवन की जंग हार गए। यह घटना न केवल परिवार के लिए एक बड़ा tragedia है, बल्कि पूरे समाज के लिए भी एक गंभीर चेतावनी है कि नशे की समस्या कितनी गंभीर होती जा रही है।
रक्षपाल सिंह की पत्नी मनबीर कौर ने इस घटना की शिकायत सिटी जीरा थाना में दर्ज करवाई। इस पर पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मामला दर्ज कर लिया। एएसआई साहिब सिंह ने बताया कि आरोपी प्रभजीत सिंह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है और उसे शीघ्र पकड़ा जाएगा। इस घटना ने जीरा में स्थानीय समुदाय में शोक की लहर दौड़ा दी है और लोग इस बात पर चिंता जाहिर कर रहे हैं कि कैसे एक साधारण घरेलू झगड़ा इस रूप में बदल गया।
समाज के एक बड़े हिस्से में नशे की लत को लेकर जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। यह घटना न केवल परिवार के लिए एक दुखद मोड़ है, बल्कि यह समाज को भी यह सोचने पर मजबूर करती है कि ऐसी समस्याओं से कैसे निपटा जा सकता है। स्थानीय निवासियों का मानना है कि युवाओं को सही मार्गदर्शन और समर्थन दिया जाना आवश्यक है, ताकि वे नशे के चक्रव्यूह में न फंसें।
इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए हमें समाज में जागरूकता फैलाने की दिशा में प्रयास करने चाहिए और परिवारों को मजबूत बनाना चाहिए ताकि वे ऐसे संकटों का सामना कर सकें। ऐसा नहीं है कि यह केवल एक परिवार की समस्या है, बल्कि यह समग्रता में समाज की एक बड़ी चुनौती है। स्थानीय प्रशासन और सामाजिक संगठनों को मिलकर इस दिशा में कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाएं न हों।