फाजिल्का में एनओसी का हल्ला: 95 गांवों में 2200 फाइलें, देर रात तक काम जारी!

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पंजाब के विभिन्न क्षेत्रों से पंचायती चुनावों के लिए जरूरी एनओसी (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) की अनुपलब्धता की खबरें आ रही हैं। इस बीच, फाजिल्का से एक विशेष तस्वीर सामने आई है, जहां बीडीपीओ (ब्लॉक डेवलपमेंट एंड Panchayat Officer) दफ्तर में अधिकारी ऊँची आवाज में एनओसी प्रदान कर रहे हैं। अब तक फाजिल्का के 95 गांवों को 2200 एनओसी जारी की जा चुकी हैं, और इस प्रक्रिया को सुरक्षित बनाने के लिए पुलिस बल भी तैनात किया गया है।

फाजिल्का के बीडीपीओ निर्मल सिंह ने बताया कि उनके ब्लॉक के अंतर्गत लगभग 95 गांव आते हैं, और इनमें से अधिकांश लोग एनओसी के लिए उनके कार्यालय में पहुँच रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इस भीड़ को देखते हुए विशेष दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। एनओसी की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए अधिकारी और कर्मचारी निर्धारित समय से अधिक कार्य कर रहे हैं, जिससे सभी आवश्यक कागजात समय पर प्रदान किए जा सकें।

इस दौरान, दफ्तर के अंदर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे, और अधिकारी ने ऊँची आवाज में उनकी एनओसी प्रदान की। इस प्रक्रिया का उद्देश्य पंचायती चुनावों के दौरान किसी भी तरह की समस्या से बचना है, ताकि लोगों को चुनावी प्रक्रिया में कोई कठिनाई न हो। एनओसी जारी करने की यह तेज़ गति, प्रशासन की गंभीरता को दर्शाती है और यह सुनिश्चित करती है कि हर ग्रामीण को वोट डालने का अवसर मिले।

सुरक्षा के मुद्दे पर, फाजिल्का के डीएसपी तरसेम मसीह ने कहा कि इस क्षेत्र में किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस की यह तैनाती केवल एनओसी जारी करने के समय ही नहीं, बल्कि पूरे चुनावी वातावरण को सुरक्षित रखने के लिए की गई है। उनका मुख्य उद्देश्य शांतिपूर्ण चुनाव का माहौल सुनिश्चित करना है, ताकि लोगों को बिना किसी डर के अपने मतदान के अधिकार का उपयोग करने में सहायता मिल सके।

कुल मिलाकर, फाजिल्का का यह मामला न केवल स्थानीय प्रशासनिक उपायों की प्रभावशीलता को दर्शाता है, बल्कि चुनाव के प्रति स्थानीय समुदाय की जागरूकता और सहयोग भी दिखाता है। इस प्रकार के सुसंगठित प्रयास न केवल चुनावी प्रक्रिया को सहज बनाते हैं, बल्कि ग्राम पंचायत के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह उदाहरण अन्य क्षेत्रों के लिए प्रेरणास्त्रोत हो सकता है जहां अभी भी एनओसी की अनुपलब्धता जैसी समस्याएं जारी हैं।