अमृतसर के थाना इस्लामाबाद पुलिस ने एक बड़े अंतर्राज्यीय अवैध हथियारों के कारोबार का भंडाफोड़ करने में सफलता हासिल की है। इस ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने तीन पिस्तौल और 30 बंदूकें बरामद की हैं। यह गिरोह सार्वजनिक स्थलों पर कुल्फी और आइसक्रीम बेचने का कार्य करता था, लेकिन इसके पीछे एक अवैध हथियारों के व्यापार का धंधा चल रहा था। कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर और डीसीपी आलम विजय सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने इस गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए लोगों में मुहम्मद अकबर, जावेद खान और कासिम शामिल हैं, जिन्हें पुतली घर क्षेत्र से पकड़ा गया। इनके पास से 32 बोर की पिस्तौल और 20 कारतूस बरामद किए गए हैं। प्रारंभिक पूछताछ में इन आरोपियों ने बताया कि वे राजस्थान निवासी मुकेश कुमार उर्फ मुक्खू और आलमीन अंसारी से हथियार लेकर उन्हें बेचते थे। इसी सूचना के आधार पर, पुलिस ने 1 अक्टूबर 2024 को मुकेश और आलमीन को रेलवे क्वार्टर के पास से गिरफ्तार किया, जहां से दो पिस्तौल और 10 कारतूस भी बरामद किए गए।
पूछताछ के दौरान यह बातें उजागर हुईं कि मुहम्मद अकबर, कासिम और जावेद खान का संबंध मुकेश कुमार उर्फ मुक्खू और आलमीन अंसारी से था, जो न केवल अवैध हथियार बल्कि गोलियां और सिक्के भी सप्लाई करते थे। मुकेश कुमार, जो कि राजस्थान का निवासी है, वह वहां से गोला-बारूद लेकर आता था और फिर इसे अलामीन अंसारी के माध्यम से बेचता था। पकड़े गए आरोपियों को अदालत में पेश करके रिमांड पर लिया जाएगा, जिससे पुलिस उन्हें गहनता से पूछताछ कर सके।
इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि अवैध हथियारों का कारोबार शहर में एक गंभीर समस्या है, जिसके खिलाफ पुलिस तंत्र ने कड़े कदम उठाने की योजना बनाई है। दरअसल, गिरफ्तार किए गए मुकेश कुमार के खिलाफ राजस्थान में इरादतन हत्या और आर्म्स एक्ट के तहत कई मामले पहले से दर्ज हैं। इस मामले में आगे की जांच पूरी करते हुए पुलिस यह सुनिश्चित करना चाहती है कि इस तरह के गिरोहों का पूरी तरह से नाश किया जा सके ताकि समाज में शांति स्थापित की जा सके।
अमृतसर पुलिस की यह कार्रवाई इस बात का प्रमाण है कि वे अवैध गतिविधियों को खत्म करने के लिए अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेंगी। इस परिप्रेक्ष्य में, पुलिस ने आम जनता से भी सहयोग की अपील की है ताकि इस प्रकार के अपराधों पर काबू पाया जा सके और कानून-व्यवस्था को बनाए रखा जा सके।