अबोहर के फाजिल्का रोड पर स्थित बुर्जा कॉलोनी में बीती रात एक चोरी की घटना ने स्थानीय निवासियों को सन्न कर दिया। रात के समय तीन चोर एक घर की छत पर चढ़े और वहां सो रहे एक युवक का मोबाइल चुराने का प्रयास किया। जब युवक की आंख खुली, तो चोरों ने भागने की कोशिश की। इस घटनाक्रम में दो चोर वहां से भागने में सफल रहे, जबकि एक चोर छत से छलांग लगाकर नीचे गिर गया और गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज किया जा रहा है। जबकि पुलिस अब इस मामले की गहरी छानबीन कर रही है।
राधे श्याम, उस युवक के पिता, ने बताया कि रात के समय उनका बेटा वरूण घर की छत पर सोया हुआ था। इसी दौरान तीन युवकों ने छत पर चढ़कर उसके मोबाइल चुराने की कोशिश की। जैसे ही वरूण की नींद खुली, उसने देखा कि चोर उसका मोबाइल लेकर भागने की कोशिश कर रहे हैं। वरूण ने शोर मचाया, जिससे दो चोर वहां से भाग खड़े हुए, लेकिन एक चोर को छत से छलांग लगानी पड़ी। नहर की दीवार से टकरा कर वह गंभीर रूप से घायल हुआ। घायल चोर का नाम संदीप कुमार बताया गया, जो बटाला का निवासी है। उसकी पहचान करने के बाद, परिजनों ने पुलिस को सूचित किया और उसे अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया।
इस घटना में एक दिलचस्प बात यह है कि चोरों के पास तेजधार हथियार भी थे, जो उनकी मंशा को दर्शाता है। सदर पुलिस के एएसआई लेखराज मौके पर पहुंचे और उन्होंने छानबीन शुरू की। एएसआई ने बयान दिया कि पकड़े गए युवक ने यह जानकारी दी कि उसके दो साथी जलालाबाद के रहने वाले हैं। यह घटना अबोहर में चोरी की एक और घटना के संदर्भ में भी विचलन पैदा करती है।
इसी रात, बाइक सवार तीन युवकों ने एक लड़की का पीछा किया और उसका मोबाइल झपटने की कोशिश की। लेकिन, गली के बंद होने के कारण, आसपास के निवासियों ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और चोरों को पकड़ने का प्रयास किया। इस दौरान, दो युवक भागने में सफल रहे, लेकिन एक युवक को पकड़ लिया गया। उसके पास से बिना नंबर की बाइक और दो मोबाइल फोन भी बरामद हुए, जो उसकी चोरियों का सबूत है। पकड़ा गया युवक सीडफार्म के क्षेत्र का बताया जा रहा है। पुलिस ने उसे अपनी हिरासत में ले लिया है और आगे की कार्रवाई शुरू की है।
इस घटनाओं ने अबोहर में सुरक्षा को लेकर लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। सभी क्षेत्रों में पुलिस की गश्ती बढ़ाने की मांग उठ रही है ताकि इस प्रकार की अपराध गतिविधियों पर नियंत्रण पाया जा सके। लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार और पुलिस प्रशासन को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। अब देखना यह है कि इन मामले में कानून क्या कार्रवाई करता है और स्थानीय नागरिकों को कब तक राहत मिलती है।