पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई में आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान चौथी बार कैबिनेट में बदलाव किया है। इस बार की फेरबदल में पांच नए मंत्रियों को शामिल किया गया है। इनमें तरूणप्रीत सिंह, बरिंदर गोयल, हरदीप मुंडिया, डॉ. रवजोत सिंह और मोहिंदर भगत के नाम शामिल हैं। इन नए मंत्रियों ने आज मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ मुलाकात की, जहाँ उनके दायित्वों और मंत्रालयों पर चर्चा की गई। यह बैठक नई जिम्मेदारियों को समझने और संबंधित विभागों की कार्यशैली को बेहतर बनाने पर केंद्रित थी।
सीएम मान ने नए मंत्रियों को उनकी नियुक्तियों के लिए बधाई दी और उन्हें उचित दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि सभी को अपने-अपने विभागों की योजनाओं के माध्यम से जनता का अधिकतम लाभ पहुंचाने की दिशा में काम करना चाहिए। इस मुलाकात के बाद, मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर फोटो साझा करते हुए, अपनी खुशी का इज़हार किया। उल्लेखनीय है कि ये नए मंत्री शाम तक अपने-अपने कार्यभार ग्रहण कर लेंगे।
इस कैबिनेट बदलाव का एक प्रमुख कारण आगामी लोकसभा चुनावों की तैयारी माना जा रहा है। पिछले चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 13 में से केवल 3 सीटें जीतने में सफलता प्राप्त की थी, जिस वजह से नई रणनीति के तहत इस फेरबदल को देखा जा रहा है। नए मंत्रियों के शामिल होने के बाद, अब पंजाब सरकार के मंत्रियों की कुल संख्या 16 हो गई है। इनमें से दो मंत्री अनुसूचित जाति से, दो जट समुदाय से, और एक बानिया समुदाय से हैं।
इस बदलाव के संदर्भ में एक और बात ध्यान देने योग्य है कि अनमोल गगन मान की छुट्टी के बाद इस मंत्रिमंडल में अब केवल एक ही महिला मंत्री बची हैं, जो कि महिलाओं की भागीदारी की दृष्टि से एक चिंता का विषय है। पंजाब की राजनीति में यह बदलाव न केवल मंत्रीमंडल को नया स्वरूप देने की कोशिश है, बल्कि यह पार्टी की चुनावी रणनीति को भी मजबूती प्रदान करने की दिशा में एक कदम है।
आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि ये नए मंत्री अपनी नई जिम्मेदारियों को कैसे निभाते हैं और क्या वे आम आदमी पार्टी के लिए वोट बैंक को फिर से स्थापित कर पाने में सफल हो पाते हैं। अब सभी की नजर इस बात पर रहेगी कि ये परिवर्तन किस प्रकार से सरकार की कार्य प्रणाली में बदलाव लाते हैं और राज्य के विकास में योगदान देते हैं।