पंजाब के फाजिल्का क्षेत्र में भारत-पाकिस्तान सीमा के निकट एक तस्करी की घटना हुई है, जिसमें तस्करों ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों पर हमला कर दिया। यह घटना उस समय हुई जब दो संदिग्ध तस्कर हेरोइन का एक बड़ा कंसाइनमेंट लेने के लिए आए थे। सूचना के अनुसार, तस्करों ने बीएसएफ के जवानों पर फायरिंग भी की, जिसके जवाब में बीएसएफ ने भी कार्रवाई की। इस संघर्ष में बीएसएफ ने दो आरोपियों को घेर कर पकड़ लिया है। इन दोनों तस्करों की पहचान सुखदेव सिंह और कुलविंदर सिंह के रूप में हुई है, जो क्रमशः फिरोजपुर और फाजिल्का जिले के निवासी हैं।
सूत्रों के अनुसार, बीएसएफ को मुखबिर से सूचना मिली थी कि गांव टाहलीवाला के निकट दो संदिग्ध व्यक्ति देखे गए हैं। इस पर बीएसएफ ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उन दोनों व्यक्तियों को पकड़ने की कोशिश की। हालांकि, जैसे ही जवानों ने उन्हें घेरने का प्रयास किया, उन लोगों ने अचानक गोलियां चलाईं। इसमें दो राउंड फायर किए गए, लेकिन मौक़े पर उपस्थित बीएसएफ के जवानों ने फायरिंग का जवाब देते हुए दोनों तस्करों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की।
पकड़े गए तस्करों से पूछताछ के दौरान एक पिस्तौल, एक मैगजीन और चार जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। इसके अतिरिक्त, घटना स्थल के समीप एक खेत में हेरोइन का पैकेट भी पाया गया, जिसकी छानबीन के बाद 550 ग्राम हेरोइन का एक पैकेट बरामद किया गया। बीएसएफ द्वारा अभी भी इलाके में व्यापक सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है ताकि और भी संदिग्धों का पता लगाया जा सके।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बीएसएफ के अधिकारी आरोपियों से उनके नेटवर्क और हेरोइन की खेप के स्रोत की जानकारी हासिल करने के लिए लगातार पूछताछ कर रहे हैं। यह कार्रवाई सीमा पर तस्करी की गतिविधियों को रोकने के लिए सुरक्षा बलों की सतर्कता को दर्शाती है। क्षेत्र में चल रहे ऑपरेशन के जरिए, बीएसएफ की निगरानी क्षमता को और भी तैनात किया जा रहा है, ताकि भविष्य में किसी भी संभावित तस्करी की कोशिश को नाकाम किया जा सके।
बीएसएफ की इस कार्रवाई ने यह साबित किया है कि भारत-पाक सीमा पर तस्करी की घटनाओं के खिलाफ सुरक्षा बलों की सजगता बनी हुई है। इलाके में तस्करों के खिलाफ कार्रवाई के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं और बीएसएफ विभिन्न स्रोतों से मिली जानकारी का उपयोग करते हुए अपने ऑपरेशनों को प्राथमिकता दे रहा है। इस घटना ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि तस्करी के खिलाफ लड़ाई में सुरक्षा बलों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।