अमृतसर में भयानक हादसा: पुल से गिरा युवक, ई-रिक्शा चालक ने फोन उड़ाया!

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अमृतसर में गुरुवार की रात एक दुर्घटना ने सभी को हिलाकर रख दिया। बाइक सवार प्रदीप कुमार, जो एक फैक्ट्री में काम करते हैं, घर लौटते समय एक तेज रफ्तार गाड़ी से टकरा गए। घटना राम तलाई चौक से पुल की ओर जाने वाले रास्ते पर घटी, जहां प्रदीप ने गलत साइड से गाड़ी चलाते वक्त तेजी से आगे बढ़ने की कोशिश की। अचानक सामने आई एक गाड़ी से उनकी टक्कर हो गई, जिसके परिणामस्वरूप प्रदीप पुल से नीचे गिर गए।

इस दुर्घटना में प्रदीप कुमार ने हेलमेट पहना हुआ था, जिससे उनकी जान बच गई। हालाँकि, गिरने के कारण उन्हें गंभीर चोटें आई हैं। जानकारी के अनुसार, जब प्रदीप पुल से नीचे गिरे, तो आस-पास मौजूद लोगों ने त्वरित उपाय किया। वे तुरंत उनकी सहायता के लिए दौड़े और एम्बुलेंस को बुलाने में मदद की। प्रदीप को अस्पताल ले जाने के दौरान यह देखने को मिला कि उनके सिर पर चोट नहीं आई। लेकिन उनके पैरों और निचले हिस्से में गहरी चोटें आई हैं, जिससे उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।

इस घटना के दौरान एक और अजीब घटना भी सामने आई। जब प्रदीप गिरकर चोटिल हुए, तब पास में एक ई-रिक्शा चालक ने उनके गिर गए फोन को उठाया और वहाँ से भाग गया। यह घटना इस बात की ओर इशारा करती है कि कुछ लोग आपात स्थिति का फायदा उठाने में भी संकोच नहीं करते। इस सब के बीच, प्रदीप के साथियों को सूचना देने और मदद करने के लिए पास में पुलिस की पेट्रोलिंग टीम भी मौके पर पहुंची।

पुलिस ने न केवल प्रदीप को एंबुलेंस में बैठाने में मदद की, बल्कि उनके दोस्तों के साथ भी संवाद किया ताकि उन्हें सही सूचना मिल सके। यह घटना इस बात की याद दिलाती है कि सड़क सुरक्षा कितनी महत्वपूर्ण है और हेलमेट पहनना जिंदगियों को बचाने में कितना अहम हो सकता है। प्रदीप कुमार की कहानी हम सभी को यह समझाती है कि सावधानी बरतना और सड़क नियमों का पालन करना कितनी ज़रूरी है, ताकि ऐसी स्थिति से बचा जा सके।

अभी प्रदीप का इलाज चल रहा है और उनकी हालत के बारे में चिकित्सकों द्वारा अपडेट दिया जा रहा है। हम सभी को इस घटना से सीख लेने की जरूरत है और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सड़क पर चलने के दौरान हम सभी नियमों का पालन करें ताकि हम और हमारे प्रियजन सुरक्षित रहें। इस घटना ने यह भी दिखाया है कि संकट के समय में आसपास के लोगों का सहयोग कितना महत्वपूर्ण हो सकता है। प्रदीप की बहादुरी और आसपास के लोगों की तत्परता से यह भी साबित हुआ कि एक छोटे से कदम से जिंदगी को बचाया जा सकता है।