नई बटालियन के 800 जवान छग पहुंचे, नक्सलियों के खिलाफ अंतिम लड़ाई में निर्णायक साबित हाेंगे : सुंदरराज पी.
जगदलपुर, 21 सितंबर (हि.स.)। बस्तर संभाग के बाकी बचे नक्सल प्रभावित इलाकाें में नक्सलियों के साथ अंतिम निर्णायक लड़ाई के लिए सीआरपीएफ की चार नई बटालियन की तैनाती शुरू हो चुकी है। नक्सल प्रभावित दक्षिण बस्तर में कुल 3,200 जवानों की तैनाती की जाएगी। हाल ही में इसमें से 800 जवानों की पहली बटालियन छत्तीसगढ़ पहुंच चुकी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नक्सलवाद को 2026 तक जड़ से खत्म करने का वादा किया था और अब बस्तर में सुरक्षा बलों की यह नई तैनाती उसी दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। बस्तर आईजी सुंदरराज पी.का कहना है कि सीआरपीएफ की नई बटालियनों की तैनाती से न केवल सुरक्षा की स्थिति बेहतर होगी, बल्कि नक्सलियों के प्रभाव वाले इलाकों में विकास की योजनाएं भी तेजी से पहुंचाई जा सकेंगी। दक्षिण बस्तर के जंगलों में तैनात सीआरपीएफ की यह नई बटालियन नक्सलियों के खिलाफ इस अंतिम लड़ाई में निर्णायक साबित होगी।
बस्तरआईजी सुंदरराज पी. ने बताया कि इन जवानों को उन इलाकों में तैनात किया जा रहा है, जहां अभी तक नक्सली आतंक का वजूद कायम है और सुरक्क्षा व्यवस्था में वैक्युम जैसी स्थिति बनी हुई थी। अधिकारियों का मानना है कि इन जवानों की तैनाती से न केवल सुरक्षा का दायरा बढ़ेगा बल्कि विकास की योजनाओं को भी सुगमता से लागू किया जा सकेगा। इसके अलावा बस्तर के सुरक्षा शिविरों के पांच किलोमीटर के दायरे में स्थित गांवों में बुनियादी सुविधाएं और जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाया जाएगा। उन्हाेंने कहा कि नई बटालियनों के आने से बस्तर में पहले से तैनात सुरक्षाबलों का मनोबल बढ़ेगा और नक्सली अब अपने सबसे सुरक्षित इलाकों में भी दबाव महसूस करेंगे।
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