-सीमांत गांव रुमसी में पैदल मार्ग बहा, रास्तों और खेतों में भरा मलबा, कोई हानि नहीं
– क्षतिग्रस्त कृषि भूमि एवं रास्ते का आंगणन प्रस्ताव तैयार कर उपलब्ध कराने के निर्देश
देहरादून, 03 जुलाई (हि.स.)। मानसून की बारिश शुरुआत में ही उत्तराखंड में तबाही मचा रही है। रुद्रप्रयाग में बुधवार को बादल फटा। रुमसी देवीदार तोक में बादल फटने से स्कूल का रास्ता और कुछ खेतों में मलबा आ गया। यहां तक कि पैदल मार्ग भी बह गया।
रुद्रप्रयाग जिले के ऊखीमठ ब्लाक अंतर्गत सीमांत गांव रुमसी के प्रधान रुमसी ने आपदा कंट्रोल रूम को घटना की सूचना दी। घटना की सूचना मिलते ही मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती, मुख्य कृषि अधिकारी लोकेंद्र सिंह बिष्ट, खंड विकास अधिकारी अगस्त्यमुनि प्रवीन भट्ट एवं जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार तथा राजस्व उप निरीक्षक घटना स्थल के लिए रवाना हुए। उन्होंने घटनास्थल पर पाया कि देवधार में जूनियर हाईस्कूल का रास्ता एवं कृषि भूमि का आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। किसी प्रकार से कोई जान-माल, जनहानि एवं पशु हानि नहीं हुई है।
घटनास्थल पर पहुंचे मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती ने आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुई कृषि भूमि एवं जूनियर हाईस्कूल के रास्ते का आंगणन प्रस्ताव आपदा प्रबंधन के तहत तैयार कर शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही जूनियर हाईस्कूल के रास्ते से मलबे को हटाने के भी निर्देश दिए।