दलितों को साधने की रणनीति पर मंथन में जुटी भाजपा

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लखनऊ, 07 जुलाई (हि.स.)। लोकसभा चुनाव परिणामों ने भारतीय जनता पार्टी को यूपी में अपनी रणनीति पर पुनर्विचार कर नये सिरे से काम करने को मजबूर कर दिया है।

विगत एक दशक में उत्तर प्रदेश की राजनीति पर नजर डालें तो बसपा के बाद दलितों की पंसद भारतीय जनता पार्टी बनी थी। परिणाम रहा कि 2014 का लोकसभा चुनाव, 2017 का विधान सभा चुनाव, फिर 2019 का लोकसभा चुनाव रहा हो या फिर 2022 का विधानसभा चुनाव, सभी चुनावों में भाजपा को विजय मिली। लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में दलित वोट भाजपा को न मिलकर समाजवादी पार्टी की तरफ खिसक गया। इससे उत्तर प्रदेश में भाजपा महज 33 लोकसभा सीट ही जीत सकी। वहीं सपा ने अकेले 37 सीट जीतने में कामयाब रही।

उत्तर प्रदेश में भाजपा के पीछे होने की वजह से केन्द्र में भाजपा बहुमत से थोड़ा पीछे रह गयी। देश में अन्य राज्यों की तुलना में सर्वाधिक नुकसान भाजपा को उत्तर प्रदेश में ही उठाना पड़ा, जहां से भाजपा को सर्वाधिक उम्मीदें थीं। उत्तर प्रदेश में हार के कारणों की पड़ताल के लिए भाजपा ने कमेटियों का गठन किया था। कमेटियों ने अपनी-अपनी रिपोर्ट भी प्रदेश नेतृत्व को सौंप दी है। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष दो दिन से लखनऊ में हैं। शनिवार को उन्होंने भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों और भाजपा कोरग्रुप के साथ अलग-अलग बैठक की थी। रविवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय में अनुसूचित समाज से जुड़े सरकार के मंत्रियों, विधायकों व अनुसूचित मोर्चें के पदाधिकारियों को बैठक में बुलाया गया है। इस बैठक में बीएल संतोष , भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह दलितों को भाजपा से जोड़ने के मुद्दे पर विचार विमर्श कर आवश्यक रणनीति बनायेंगे।

इस बैठक के बाद भाजपा दलितों को जोड़ने के लिए प्रदेशव्यापी अभियान की घोषणा भी कर सकती है। इस बैठक में जो भी तय होगा, उस कार्यक्रम व अभियान की घोषणा 14 जुलाई को होने वाली प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में की जायेगी।

उप चुनाव में अनुसूचित मोर्चे की होगी प्रमुख भूमिका

उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में अनुसूचित मोर्चे के पदाधिकारियों व अनुसूचित समाज के सांसद, विधायक व मंत्रियों की विशेष रूप से ड्यूटी लगाई जायेगी। राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष ने कहा कि संगठन के विस्तार का कार्य निरन्तर व अनवरत चलता है। प्रदेश में होने वाले उपचुनाव को मजबूती से लड़कर विजय सुनिश्चित करने के संकल्प के साथ काम करना है। उन्होंने कहा कि भाजपा सर्वस्पर्शी, सर्वव्यापी, सर्वग्राही एवं सर्वसमावेशी संगठन है। हमें सतत सम्पर्क व संवाद के मूलमंत्र के साथ जनता के सदैव सम्पर्क में रहकर कार्य करना है।