जबलपुर: वक्फ बोर्ड की जमीन के दावे के साथ उसका शासकीय नापकिये जाने पर बजरंग दल का विरोध

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जबलपुर, 4 जुलाई (हि.स.)। कोतवाली थाना अंतर्गत फूटाताल लाल स्कूल के पीछे खाली पड़ी जमीन पर मुस्लिम पक्ष द्वारा शासकीय नाप कराने को लेकर बजरंग दल ने प्रदर्शन किया जिसके चलते नाप नहीं हो पाया। बजरंग दल का आरोप है कि यह नजूल की भूमि है जिस पर कुछ लोगों ने अवैध रूप से मजार बनाकर कब्जा कर वक्फ बोर्ड में शामिल कर लिया है। इसके साथ ही वे उक्त भूमि को हड़पना चाहते हैं। हिंदू पक्ष ने दावा किया है की यह पुराना शमशान है इसके साक्ष्य के तौर पर पीपल एवं श्मशान में जल की व्यवस्था हेतु कुआं आदि मौजूद है एवं जिनको मुस्लिम पक्ष अपनी मजार कह रहा है वह हिंदू समाधिया हैं। इसके साथ ही क्षेत्र में प्राचीन समय से रहने वाले जमींदार व्यवहार परिवार के लोगों के स्मारक के साथ उनके हाथी की भी समाधि का दावा किया गया है।

हिंदू पक्ष के शैलेन्द्र जड़िया के अनुसार 1950 से 1983 के बीच में कागजातों में हेरफेर कर रिकॉर्ड बनाया गया है एवं कुछ रिकॉर्ड गायब है। इसके साथ ही उन्होंने बताया की वक्फ बोर्ड में यह जमीन कैसे चली गई एवं कौन लोग किन परिस्थितियों में इसमें शामिल रहे हैं इसकी जांच होना चाहिए। वक़्फ़ बोर्ड के पूरे रिकॉर्ड की जांच होना चाहिए कि इसमें कितने मुर्दे गड़े हैं किन-किन के गड़े हैं आदि बातों की जांच हो। वहीं मुस्लिम पक्ष के इक्लाक अहमद का कहना है कि मामला न्यायालय में है और कुछ लोग वहां पर अतिक्रमण किए हुए हैं जो लोगों को भडकाते हैं। यदि वह सही है तो न्यायालय में अपने कागज प्रस्तुत करें।

बहरहाल जो भी हो परंतु उक्त भूमि पर पुराने दावों के साथ हिंदू पक्ष शमशान होने की बात करता है एवं बनी हुई मजारों को हिंदू समाधिया बताते हैं। वहीं मुसलमानों का दावा है कि यह 500 साल पुराना कब्रिस्तान है जो की वक्फ बोर्ड की संपत्ति है। बजरंग दल की उपस्थिति एवं नारेबाजी के चलते संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया। वहीं बजरंग दल के सुमित ठाकुर,विकास खरे,धर्मसेना के योगेश अग्रवाल,सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।