प्रदेशभर में सिकल सेल जनजागरूकता पखवाड़ा का हुआ शुभारम्भ

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– सूबे में आगामी तीन जुलाई तक चलेगा जनजागरूकता पखवाड़ा

देहरादून, 19 जून (हि.स.)। विश्व सिकल सेल दिवस पर बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर से प्रदेशभर में सिकल सेल जनजागरूकता पखवाड़ा का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर प्रदेश के समस्त राजकीय चिकित्सा इकाईयों एवं जनजातीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर लगाए गए। इनमें 0-40 आयु वर्ग के लगभग दो हजार लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें सिकल सेल एनिमिया रोग के उपचार व बचाव संबंधी जानकारी दी गई।

राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में आयोजित जनजागरूकता कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने बताया कि प्रदेश में सिकल सेल रोग के उन्मूलन के प्रति राज्य सरकार गंभीर है। उन्होंने कहा कि सिकल सेल की रोकथाम के लिए माइक्रो प्लान तैयार कर प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। विभागीय मंत्री ने कहा कि प्रदेशभर में आगामी तीन जुलाई तक विश्व सिकल सेल जागरूकता पखवाड़ा मनाया जाएगा। इसके सफल आयोजन के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए।

डाॅ. रावत ने बताया कि आगामी तीन जुलाई तक सिकल सेल जागरूकता पखवाड़ा के तहत आशा कार्यकत्रियों, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों एवं आरकेएसके काउंसलर के माध्यम से जनजातीय समुदाय के 15 हजार लाभार्थियों की स्क्रीनिंग, 17 हजार काउंसिलिंग कार्ड का वितरण किया जाएगा। 13 लाख से अधिक लोगों को सिकल सेल एनिमिया के प्रति जागरूक करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके सापेक्ष प्रथम दिन प्रदेशभर में स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से लगभग 1880 लाभार्थियों की स्क्रीनिंग की गई। साथ ही 569 लोगों को काउंसिलिंग कार्ड वितरित किए गए। जबकि जनजागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से हजारों लोगों को सिकल सेल रोग के प्रति जागरूक किया गया। उन्होंने बताया कि सिकल सेल अभियान को धार देने के लिए समय-समय पर मॉनिटिरिंग के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए गए हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन अभियान के तहत प्रदेश में जन-जातीय समुदाय के 2,59,269 लोगों की सिकल सेल एनीमिया जांच का लक्ष्य रखा गया है। इसके तहत स्वास्थ्य विभाग ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में 87,127 के सापेक्ष 81,545 लाभार्थियों की सिकल सेल स्क्रीनिंग की, जो कुल लक्ष्य का 94 प्रतिशत है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में निर्धारित लक्ष्य 87,127 के सापेक्ष अब तक 12 हजार से अधिक लाभार्थियों की सिकल सेल जांच की जा चुकी है। इस बार प्रदेश में सिकल सेल जांच का दायरा बढ़ाया गया है।

स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. रावत ने बताया कि राज्य में सिकल सेल एनिमिया रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं। खासकर जनजातीय क्षेत्रों में सिकल सेल रोगों की रोकथाम के लिए वृहद स्तर पर जनजागरूकता एवं निःशुल्क जांच अभियान चलाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जनजातीय क्षेत्रों में इस रोग से अधिकांश लोग पीड़ित हैं और इस वंशानुगत बीमारी से ज्यादातर लोग अंजान हैं। इससे इस रोग के साथ नवजात शिशु जन्म ले लेते हैं। उन्होंने बताया कि सिकल सेल रोग की चेन को तोड़ने के लिए जनजातीय क्षेत्रों में ग्राम पंचायत स्तर पर स्वास्थ्य टीमें घर-घर जाकर निःशुल्क जांच करेंगी। इसके अलावा जनजाति क्षेत्र के बच्चों को सिकल सेल के प्रति जागरूक करने के साथ स्कूल एवं महाविद्यालय स्तर पर मेडिकल कैम्प लगाकर स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाएगा।