देहरादून, 28 अप्रैल (हि.स.)। बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय का मानना है कि इस बार भी बद्री-केदार के दर्शन के लिए विशिष्टजनों को विशेष शुल्क चुकाना होगा। गत वर्ष इस व्यवस्था से धाम को 1.55 करोड़ की आय प्राप्त हुई थी।
रविवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय में मीडिया से बातचीत में बद्री-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में पूजा-पाठ की व्यवस्था बीकेटीसी के माध्यम से की जाती है। यात्रा के दौरान केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में आम श्रद्धालुओं के साथ ही प्रोटोकॉल के अनुसार वीआईपी भी दर्शन के लिए पहुंचते हैं। इसको लेकर पिछले वर्ष की तरह इस बार भी बीकेटीसी ने तैयारी की है।
बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने इसपर जानकारी देते हुए बताया की गत वर्ष जब चारधाम यात्रा प्रारंभ हुई थी, तब बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ने अपने चार अध्ययन दल देश के प्रमुख मंदिर में भेजे थे। जिन्होंने व्यवस्थाओं का अध्ययन किया और सुझाव दिए कि चार धामों में जो विशिष्ट और अति विशिष्ट महानुभाव आते हैं, उनसे श्रद्धालु के रूप में निश्चित शुल्क लिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हम विशिष्टजनों को प्राथमिकता के साथ दर्शन कराते हैं और निशुल्क प्रसाद भी दिया जाता है, इसीलिए उनसे एक निर्धारित शुल्क लिया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि अध्ययन के बाद हमने 300 रुपये प्रति विशिष्टजनों के लिए निर्धारित किया था। उसका सुखद परिणाम मिला। इस वर्ष भी इस व्यवस्था को लागू करेंगे। उन्होंने कहा कि वीआईपी के लिए दर्शन में कई अव्यवस्थाएं भी होती थीं, उन्हें नियंत्रित करने में भी इससे सहूलियत मिलेगी।
उन्होंने बताया कि इस व्यवस्था के अध्ययन के लिए देश के विभिन्न मंदिरों को एक दल भेजा गया था, जिस दल ने आकर अपनी संस्तुति दी है। इस संस्तुति को हम लागू कर रहे हैं। उनका सुझाव है कि विशिष्ट और अतिविशिष्ट दशनार्थी बद्री-केदार धाम में आता है उनसे कुछ विशेष शुल्क लिया जाए। इन लोगों को विशिष्ट व्यवस्था के अनुसार दर्शन कराता हैं और प्रसाद आदि निशुल्क देते हैं। इस व्यवस्था के लागू होने से व्यवस्था भी सुचारु रहेगी और लोगों को दर्शन भी आसानी से हो जाएंगे।