दतिया, 22 अप्रैल (हि.स.)। मध्य प्रदेश के दतिया जिले में पंडोखर पीठाधीश्वर पंडित गुरु शरण शर्मा के आश्रम (पंडोखर धाम) में सोमवार को दोपहर में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग तेजी फैली और साधु-संतों समेत भक्तों के लिए बनीं कुटियाओं को अपनी चपेट में ले लिया। सूचना मिलते ही पंडोखर थाना पुलिस और भांडेर नगर परिषद की फायर ब्रिगेड का अमला मौके पर पहुंचा। फायर ब्रिगेड के अमले ने स्थानीय लोगों की मदद से करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
पंडोखर थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे अचानक पंडोखर धाम में आग लगने की सूचना मिली। इसके बाद दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और ग्रामीणों और मंदिर में मौजूद श्रद्धालुओं की मदद से आग पर करीब दो घंटे में काबू पा लिया गया। फिलहाल आग लगने का कारण पता नहीं चल पाया है।
गौरतलब है कि पंडोखर धाम में मंगलवार, 23 अप्रैल से महोत्सव शुरू होना है, जो कि 8 मई तक चलेगा। इसमें पंडोखर पीठाधीश्वर पंडित गुरु शरण शर्मा, वृंदावन के अर्पिताचार्य महाराज और साध्वी पीताम्बरा के प्रवचन होंगे। देशभर से अनुयायी यहां पहुंच रहे हैं। पंडोखर धाम के व्यवस्थापक मुकेश गुप्ता ने बताया कि महोत्सव को देखते हुए विशेष तैयारियां की गई थीं। साधु-संत और भक्तों के रुकने के लिए कुटीर बनाए गए थे। आग इन्हीं कुटीर से भड़की और जल्द ही महाराज निवास समेत धाम के नए ऑफिस तक पहुंच गई। इस आग में कुटियाओं के साथ जरूरी दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक सामान, जेवरात, सोफा समेत लकड़ी के आइटम्स जल गए हैं। करीब एक करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश
समरससमरससमरसहिस
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HREG HMAD 345
दतियाः पंडोखर धाम में लगी आग, साधु-संतों की कुटिया जलीं
Fire broke out in Pandokhar Dham
दतिया, 22 अप्रैल (हि.स.)। मध्य प्रदेश के दतिया जिले में पंडोखर पीठाधीश्वर पंडित गुरु शरण शर्मा के आश्रम (पंडोखर धाम) में सोमवार को दोपहर में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग तेजी फैली और साधु-संतों समेत भक्तों के लिए बनीं कुटियाओं को अपनी चपेट में ले लिया। सूचना मिलते ही पंडोखर थाना पुलिस और भांडेर नगर परिषद की फायर ब्रिगेड का अमला मौके पर पहुंचा। फायर ब्रिगेड के अमले ने स्थानीय लोगों की मदद से करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
पंडोखर थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे अचानक पंडोखर धाम में आग लगने की सूचना मिली। इसके बाद दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और ग्रामीणों और मंदिर में मौजूद श्रद्धालुओं की मदद से आग पर करीब दो घंटे में काबू पा लिया गया। फिलहाल आग लगने का कारण पता नहीं चल पाया है।
गौरतलब है कि पंडोखर धाम में मंगलवार, 23 अप्रैल से महोत्सव शुरू होना है, जो कि 8 मई तक चलेगा। इसमें पंडोखर पीठाधीश्वर पंडित गुरु शरण शर्मा, वृंदावन के अर्पिताचार्य महाराज और साध्वी पीताम्बरा के प्रवचन होंगे। देशभर से अनुयायी यहां पहुंच रहे हैं। पंडोखर धाम के व्यवस्थापक मुकेश गुप्ता ने बताया कि महोत्सव को देखते हुए विशेष तैयारियां की गई थीं। साधु-संत और भक्तों के रुकने के लिए कुटीर बनाए गए थे। आग इन्हीं कुटीर से भड़की और जल्द ही महाराज निवास समेत धाम के नए ऑफिस तक पहुंच गई। इस आग में कुटियाओं के साथ जरूरी दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक सामान, जेवरात, सोफा समेत लकड़ी के आइटम्स जल गए हैं। करीब एक करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश
समरससमरससमरसहिस
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दतियाः पंडोखर धाम में लगी आग, साधु-संतों की कुटिया जलीं
Fire broke out in Pandokhar Dham
दतिया, 22 अप्रैल (हि.स.)। मध्य प्रदेश के दतिया जिले में पंडोखर पीठाधीश्वर पंडित गुरु शरण शर्मा के आश्रम (पंडोखर धाम) में सोमवार को दोपहर में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग तेजी फैली और साधु-संतों समेत भक्तों के लिए बनीं कुटियाओं को अपनी चपेट में ले लिया। सूचना मिलते ही पंडोखर थाना पुलिस और भांडेर नगर परिषद की फायर ब्रिगेड का अमला मौके पर पहुंचा। फायर ब्रिगेड के अमले ने स्थानीय लोगों की मदद से करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
पंडोखर थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे अचानक पंडोखर धाम में आग लगने की सूचना मिली। इसके बाद दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और ग्रामीणों और मंदिर में मौजूद श्रद्धालुओं की मदद से आग पर करीब दो घंटे में काबू पा लिया गया। फिलहाल आग लगने का कारण पता नहीं चल पाया है।
गौरतलब है कि पंडोखर धाम में मंगलवार, 23 अप्रैल से महोत्सव शुरू होना है, जो कि 8 मई तक चलेगा। इसमें पंडोखर पीठाधीश्वर पंडित गुरु शरण शर्मा, वृंदावन के अर्पिताचार्य महाराज और साध्वी पीताम्बरा के प्रवचन होंगे। देशभर से अनुयायी यहां पहुंच रहे हैं। पंडोखर धाम के व्यवस्थापक मुकेश गुप्ता ने बताया कि महोत्सव को देखते हुए विशेष तैयारियां की गई थीं। साधु-संत और भक्तों के रुकने के लिए कुटीर बनाए गए थे। आग इन्हीं कुटीर से भड़की और जल्द ही महाराज निवास समेत धाम के नए ऑफिस तक पहुंच गई। इस आग में कुटियाओं के साथ जरूरी दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक सामान, जेवरात, सोफा समेत लकड़ी के आइटम्स जल गए हैं। करीब एक करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।