– राष्ट्रीय राजमार्ग पर 22 करोड़ से अधिक की राशि वसूलने का मामला
मुरैना, 11 मार्च (हि.स.)। नगर निगम परिषद द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग से वसूली को लेकर किये गये धरना प्रदर्शन के तहत शिकारपुर कटपॉइंट पर लगे सीसीटीवी कैमरों को जेसीबी से तोड़ दिया। इस धरना प्रदर्शन में निगम के महापौर सहित सभी पार्षद शामिल हैं। इन्होंने चेतावनी दी है कि निगम की राशि 22 करोड़ 64 लाख 21 हजार 365 रूपये शीघ्र नहीं दिये तब हाइवे पर धरना प्रदर्शन, आंदोलन किया जायेगा। इस संबंध में टोल मैनेजर ने बताया कि यह मामला केन्द्र व राज्य सरकार के मध्य है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के क्षेत्राधिकार का है।
बीते सप्ताह नगर निगम परिषद में एक स्वर से यह प्रस्ताव पारित हुआ कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा नगर निगम को दी जाने वाली राशि प्रदान नहीं की तब धरना प्रदर्शन किया जायेगा। राशि न मिलने पर शिकारपुर व छोंदा कटपॉइंट पर लगे सीसीटीवी कैमरों को उखाड़ दिया जायेगा। आज धरना प्रदर्शन के दौरान निगम प्रशासन ने कटपॉइंट पर लगे सीसीटीवी जेसीबी से उखाड़ दिये। मुरैना से ग्वालियर मार्ग पर छोंदा गांव के सामने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा टोल पॉइंट निर्धारित किया गया है। टोल गतिविधियों को नियंत्रण करने के लिये भवन निर्मित है। निगम प्रशासन इस भवन को अपने आधिपत्य की भूमि में निर्मित होना बता रहा है। इस पर निगम द्वारा भूमि के उपयोग की राशि 22 करोड़ 64 लाख 21 हजार 365 रूपये की मांग निरंतर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से की जा रही है।
लम्बे अंतराल से राज्य सरकार के माध्यम से की जा रही मांग का निराकरण न होने पर आज धरना प्रदर्शन किया गया। राशि वसूली के लिये जन प्रतिनिधि उग्र अवस्था में दिखाई दे रहे हैं। प्रदर्शन के दौरान निगम के नेता प्रतिपक्ष बदन सिंह यादव ने कहा कि सम्पूर्ण परिषद द्वारा निगम व जनहित में निर्णय लिया गया है। निगम की सम्पत्ति का उपयोग करने के बाद राशि न देना अनुचित है। प्राधिकरण द्वारा राशि न दिये जाने पर टोल भवन को विनष्ट करने की कार्यवाही की जावे। वहीं पार्षद एवं एमआईसी सदस्य रमेश उपाध्याय ने प्राधिकरण व टोल प्रबंधन पर उच्च स्तर की सांठ-गांठ का आरोप लगाते हुये कहा कि यह निगम की जमीन पर अतिक्रमण है। विकास कार्यों के लिये यह राशि तत्काल निगम को मिलना चाहिए। राशि न मिलने पर आगामी कदम के रूप में हाइवे पर धरना प्रदर्शन किया जायेगा। इसमें सम्पूर्ण परिषद के साथ निगम प्रशासन, शहरवासीगण एवं कटपॉइंट पर लगे कैमरों के कारण पीडि़त ग्रामीण भी धरना प्रदर्शन में शामिल होंगे।