प्रभास और कृति सेनन स्टारर ‘आदिपुरुष’ जून में रिलीज हुई थी। इस फिल्म के डायलॉग्स और ग्राफिक्स बेहद विवादित थे। जिससे निर्माताओं को दर्शकों के गुस्से का सामना करना पड़ा था। फिल्म के लेखक मनोज मुंतशिर ने माना कि कहानी लिखने में उनसे गलती हुई।
मीडिया को दिए इंटरव्यू में मनोज ने कहा, ‘हां, मैंने लिखने में 100 फीसदी गलती की है। मैं इतना असुरक्षित व्यक्ति नहीं हूं कि यह कह कर अपने लेखन कौशल का बचाव करूंगा कि मैं अच्छा लिखता हूं। मैं सौ फीसदी गलत हूँ। लेकिन उस गलती के पीछे मेरा कोई बुरा इरादा नहीं था। मेरा किसी भी धर्म को ठेस पहुंचाने और भगवान राम को बदनाम करने या हनुमानजी के बारे में बुरा बोलने का बिल्कुल भी इरादा नहीं था। मैं ऐसा करने के बारे में सोचूंगा भी नहीं। हां, मुझसे गलती हुई। अब से मैं बहुत सावधान रहूँगा।”
फिल्म को लेकर हुए विवाद का आपकी निजी जिंदगी पर क्या असर पड़ा? पूछने पर मनोज ने कहा, ‘मैं इंसान हूं.. पत्थर नहीं.. लाश नहीं.. हर चीज मायने रखती है। जब आप पर आरोप लगते हैं, लोग बुरा-भला कहते हैं, दुख होता है। लेकिन आपको इसका सामना करना सीखना होगा। मैंने कभी नहीं सोचा था कि लोग इस तरह की प्रतिक्रिया देंगे। यह फिल्म बहुत अच्छे इरादे से बनाई गई थी। फिल्म में 600 करोड़ रुपये लगे हैं तो हर कोई चाहता है कि यह बेहतरीन हो। ऐसी फिल्म के साथ कौन अपना करियर खत्म करना चाहता है? इसके पीछे हमारा कोई एजेंडा नहीं था। लेकिन हालात बदतर हो गए।”
उनका मानना है कि फिल्म को लेकर चल रहे विवाद के दौरान उन्हें अपना पक्ष नहीं रखना चाहिए था। उन्होंने कहा, ‘मुझे ऐसा लगता है कि जब चीजें इतनी गर्म थीं तो मुझे स्पष्टीकरण नहीं देना चाहिए था। ये मेरी सबसे बड़ी गलती थी। मुझे उस वक्त कुछ नहीं बोलना चाहिए था। इससे लोग नाराज हैं लेकिन उनका गुस्सा जायज है। क्योंकि यह समझाने का समय नहीं था और अब मुझे अपनी गलती समझ में आ रही है।’