डुंडा पुलिस ने प्रतिबंधित लाखों की कांजल-काठ के साथ दो तस्करों को दबोचा

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22HCRI9 डुंडा पुलिस ने प्रतिबंधित लाखों की कांजल-काठ के साथ दो तस्करों को दबोचा

उत्तरकाशी, 22 अक्टूबर (हि.स.)। डुंडा पुलिस ने बीती रात्रि चेकिंग के दौरान एक वाहन से 308 नग कांजल की लकड़ी बरामद कर दो तस्करों को दबोचा। इसकी कीमत लगभग 10 लाख रुपये बतायी जा रही है।

शनिवार रात्रि को चौकी प्रभारी डुण्डा तस्लीम आरिफ के नेतृत्व में डुण्डा बैरियर पर संदिग्ध एवं नशा तस्करों की रेगुलर चेकिंग की जा रही थीं। चेकिंग के दौरान एक इनोवा कार संख्या UK08R-9507 को रोककर चेक किया गया तो वाहन से 308 नग कांजल की लकड़ी बरामद की गई, जिसकी कीमत लगभग 10 लाख रुपये आंकी गई है। प्रतिबंधित कांजल-काठ की लकड़ी को वाहन सवार दो लोग ले जा रहे थे।

पूछताछ में उन्होंने बताया कि वह इसे कामर गांव के ऊपर जंगलों से काटकर लाये थे, जिसे वह बेचने के लिए सहारनपुर ले जा रहे थे। पुलिस ने दोनों अभियुक्तों को अग्रिम कार्रवाई के लिए प्रतिबंधित कांजल की लकड़ी के साथ वन विभाग के सुपुर्द कर दिया गया है।

इधर पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने बताया गया कि कांजल की लकड़ी उच्च हिमालय के आरक्षित वन क्षेत्र में पाई जाती है। कांजल की लकड़ी औषधीय दृष्टिकोण से सर्वोत्तम मानी जाती है। यह एक प्रतिबंधित वन सम्पदा है। इसकी तस्करी कर लोग उच्च कीमतों में बेचते हैं।

उन्होंने बताया कि आपराधिक प्रवृत्ति, प्रतिबंधित वन सम्पदा एवं नशीले पदार्थों की तस्करी करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जायेगा। त्योहारी सीजन एवं भीड-भाड़ के माहौल को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल को चेकिंग के लिए लगाया गया है, जो कि दिन एवं रात्रि में लगातार गश्त एवं चेकिंग करेंगे।

पकडे़ गए लोगाें के नाम 38 वर्षीय साजिद पुत्र रासु राव निवासी खाताखेड़ी थाना मंडी, जनपद सहारनपुर उप्र और 50 वर्षीय पृथ्वी रावल पुत्र कोयलू रावल निवासी अचल कनाली जिला हुमला नेपाल, हाल निवास नाला पटरी घण्टाघर के पास सहारनपुर उप्र है।