04HREG434 सीओ पर धमकाने का आरोप, पीड़ित ने मुख्यमंत्री को ट्वीट कर की शिकायत
मुरादाबाद, 04 सितम्बर (हि.स.)। भगतपुर थाना क्षेत्र में रहने वाले हारुन की मौत के मामले में कटघर थाने में केस दर्ज कराने वाले उसके भाई फारुख ने सीओ कटघर पर धमकाने का आरोप लगाया है। उसने ट्विटर पर मुख्यमंत्री, डीजीपी, डीआइजी और एसएसपी से सीओ कटघर की शिकायत की है। उसने बताया कि तहरीर देते समय ही सीओ ने उन्हें उन्हें हड़काने का प्रयास किया था। बाद में मुकदमा दर्ज करते समय गंभीर धाराओं को हटा दिया। हालांकि ट्वीट पर मुरादाबाद पुलिस ने कहा कि केस दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। यदि फिर भी वादी को समस्या है तो वह एसपी सिटी कार्यालय में संपर्क करे, उसकी मदद की जाएगी।
थाना भगतपुर क्षेत्र के गांव चतरपुर निवासी हारुन उर्फ नवाजिश (20) मुस्लिम डिगी कॉलेज में बीए का छात्र था। बीते 29 अगस्त को वह अपने जीजा अनीस के साथ बाइक पर शहर से घर की ओर जा रहा था। दोपहर करीब तीन बजे कटघर थाना क्षेत्र में रामगंगा नदी पुल पर पहुंचा, तभी बाइक से उतर कर नदी में छलांग लगा दिया। अगले दिन उसका शव बरामद हुआ था। हारुन की मौत के मामले में उसके भाई फारुख ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि पीतलनगरी निवासी युवती हारुन के साथ पढ़ती थी, जिससे उसके अच्छे संबंध थे। आरोप लगाया कि युवती ने ही कॉल के हारुन को हिन्दू कॉलेज के पास बुलाया था। हारुन जब वहां पहुंचा तो युवती अपनी बहन के साथ खड़ी थी। पास ही युवती के पिता समेत 10-15 लोग और मौजूद थे। आरोप है कि युवती के साथ आए लोगों ने हारुन को बाइक पर बैठा लिया और उसे पीतलनगरी निवासी आरिफ के घर ले गये। वहां आरोपियों ने बंधक बनाकर हारुन के साथ मारपीट की। मुंह काला करके नाई से उसके बाल कटवा दिए। यह भी आरोप लगाया कि युवती के परिजनों ने हारुन से एक ऐप के माध्यम से अपने खाते में रुपये भी ट्रांसफर कराएं। इसी से आहत होकर उसने जान दी है।
इस मामले में कटघर पुलिस ने पीतलबस्ती निवासी फारुख, इकराम, जीशान सैफी, मुशर्रफ, अजीम, समीर चौधरी, फैसल, अमन उर्फ मुकर्रम, गुड्डू, सुहेल, गुलफान प्रधन, तालिब समेत 12 नामजद और तीन अज्ञात आरोपितों के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है।
पुलिस क्षेत्राधिकारी कटघर डॉ. गणेश गुप्ता का कहना है कि उनके पास तहरीर ही लेट से आई है। तहरीर आते ही रविवार को केस दर्ज कराके दो लोगों को हिरासत में ले लिया गया। सीओ ने किसी भी प्रकार की धमकाने या हड़काने के आरोपों को निराधार बताया है।