राष्ट्रीय गीत वंदेमातरम की 73वीं वर्षगांठ काशी में उत्साह से मनी,गीत का सामूहिक गायन

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07HREG274 राष्ट्रीय गीत वंदेमातरम की 73वीं वर्षगांठ काशी में उत्साह से मनी,गीत का सामूहिक गायन

वाराणसी,07 सितम्बर (हि.स.)। काशीपुराधिपति बाबा विश्वनाथ की नगरी में गुरुवार को राष्ट्रीय गीत वंदेमातरम गीत की 73वीं वर्षगांठ पूरे उत्साह के साथ मनाई गई। सामाजिक संस्था प्रणाम् वन्देमातरम् समिति के अध्यक्ष अनूप जायसवाल के नेतृत्व में जुटे कार्यकर्ताओं ने लक्ष्मी कुण्ड स्थित समाधान पार्क में राष्ट्रीय गीत की जयंती पर भारत माता व बंकिमचंद्र चटर्जी के चित्र पर माल्यार्पण करने के बाद वन्दे मातरम् गीत का सामूहिक गान किया। इस दौरान अनूप जायसवाल ने कहा कि वन्दे मातरम् गीत संन्यासी क्रांति की भूमिका पर लिखे उपन्यास ‘आनंद मठ’ नामक पुस्तक से लिया गया था। जो आगे चलकर भारत के स्वतंत्रता संग्राम के बलिदानियों के लिए प्राण वायु व ऊर्जा का स्रोत बना। बंकिमचंद्र चटर्जी द्वारा रचित ये राष्ट्रीय गीत हर भारतीय को राष्ट्र भक्ति के भावनात्मक स्तर पर ले जाता है। ऐसे राष्ट्र भक्ति की कालजयी गीत को लिखने वाले बंकिमचंद्र चटर्जी भारत के इतिहास में अमर हो गए। आज के ही दिन 1950 में पहली बार बंकिम चंद चटर्जी द्वारा लिखे गए राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम को देश की संसद में गाया गया था। कार्यक्रम में मनीष चौरसिया,सतीश वर्मा,धीरेन्द्र शर्मा, वरिष्ठ समाजसेवी छेदीलाल वर्मा,बाबूलाल मौर्या आदि ने भागीदारी की।