02HREG32 इंटरनेशनल कांफ्रेंस में अपना शोध प्रस्तुत करेंगे लखनऊ विश्वविद्यालय के दो शोधार्थी
लखनऊ, 02 जुलाई (हि.स.)। लखनऊ विश्वविद्यालय के विज्ञान (भौतिक विज्ञान) के दो शोधार्थी पेरिस, (फ्रांस) में आयोजित हो रही आठवीं इंटरनेशनल कांफ्रेंस ऑन नेटेरियल्स साइंस एंड इंजीनियरिंग में अपना-अपना शोध कार्य प्रस्तुत करेंगे। इसकी खबर लगते ही विश्वविद्यालय में खुशी की लहर दौड़ गयी। यह दोनों शोधार्थी 21-22 सितम्बर को आयोजित कांफ्रेंस में भागीदारी करेंगे। शोधार्थियों में श्वेता और सर्वेश हैं।
लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने इन शोधार्थियों की उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की और उनके शोध योगदान के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि हमारे विश्वविद्यालय के लिए यह अत्यंत गौरव का विषय है कि हमारे दो शोधार्थीयों को इस महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस के लिए चुना गया है। उनकी भागीदारी सिर्फ उनके विशेषज्ञता को प्रदर्शित करने के साथ-साथ लखनऊ विश्वविद्यालय को वैश्विक वैज्ञानिक मंच पर भी रखेगी।
शोधार्थियों ने इस कांफ्रेंस में भागीदारी के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के विज्ञान और अभियांत्रिकी अनुसंधान बोर्ड से वित्तीय सहायता मांगी है। इसके अलावा, शोध कार्य में अन्य शोधार्थी तथा केंद्रीय औषधीय अनुसंधान संस्थान की डॉ. दिव्या सिंह और डॉ. कृति शर्मा शामिल हैं।
सर्वेश कुमार अविनाशी की प्रस्तुति का टॉपिक मोर्फोलॉजिकल, मैकेनिकल और बाॅयोलॉजिकल विकास पर होगी। हाइड्रॉक्सीएपाटाइट और टाइटेनियम कार्बाइड के संयोजन का अध्ययन किया जाएगा। इससे बाॅयोमेडिकल क्षेत्र में संभावित उपयोगों की जांच करेगा।
दूसरी ओर, श्वेता की प्रस्तुति ‘एल.ए.2O3 डोप्ड मशीनेबल सिलिकेट ग्लास सिरेमिक के संरचनात्मक, मौर्फोलॉजिकल और मैकेनिकल परिदृश्य: बाॅयोमेडिकल उपयोगों के लिए’ पर विचार करेगी। उनके शोध में, एल.ए.2O3 डोप्ड मशीनेबल सिलिकेट ग्लास सिरेमिक की संरचनात्मक, मौर्फोलॉजिकल और मैकेनिकल विशेषताओं का अध्ययन होगा, जो इसे बाॅयोमेडिकल क्षेत्र में संभावित उपयोगों की ओर खोलेगा।