रतलाम: पुरुषोत्तम व श्रावण मास में कालिका माता परिसर में होंगे विभिन्न धार्मिक आयोजन

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02HREG288 रतलाम: पुरुषोत्तम व श्रावण मास में कालिका माता परिसर में होंगे विभिन्न धार्मिक आयोजन

रतलाम, 2 जुलाई (हि.स.)। श्री कालिका माता सेवा मंडल ट्रस्ट के तहत शिव अराधना महोत्सव समिति द्वारा श्रावण एवं पुरूषोत्तम मास में 4 जुलाई से 30 अगस्त तक विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। 04 जुलाई को प्रात: 9 बजे से 1 बजे तक पार्थिव शिवलिंग का निर्माण, पूजन और विसर्जन कार्यक्रम आयोजित किया गया है। ट्रस्ट के अध्यक्ष राजाराम मोतियानी तथा शिव अराधना महोत्सव आयोजन के संयोजक मोहनलाल भट्ट ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि 4 जुलाई की शाम 4 बजे ब्रह्मऋषि किरीट भाई द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ किया जाएगा तथा 8 से 16 जुलाई तक दोपहर 3 बजे से स्वामी निर्मल चैतन्यपूरी जी महाराज के मुखारबिंद से शिवमहापुराण का वाचन किया जाएगा।

नानीबाई का मायरा एवं भागवत महापुराण का भी आयोजन होगा

इसी बीच 5 जुलाई से 7 जुलाई तक दोपहर 3 बजे से अनिरूद्ध मुरारी द्वारा नानीबाई का मायरा प्रस्तुत किया जाएगा। 19 जुलाई से 25 जुलाई तक भागवत महापुराण तथा 5 अगस्त से 13 अगस्त तक श्रीमद्देवी भागवत कथा का आयोजन होगा। इन आयोजन में भी विद्वान संतों के प्रवचन होंगे।

भक्तों के बैठने की पूरी व्यवस्था की गई

मोतियानी तथा भट्ट ने बताया कि यह सम्पूर्ण आयोजन जनसहयोग से हो रहा है। बारिश के मौसम को देखते हुए भक्तों के बैठने की पूरी व्यवस्था की गई है। कालिका माता सत्संग मंडल सभागृह के साथ ही डोम पाण्डाल भी बनाया जा रहा है ताकि भक्तों को परेशानी न हो। महिला के बैठने की व्यवस्था भी पृथक से की जा रही है।

माताजी मंदिर की जमीन मंदिर को सौंपी जाएं

एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने बताया कि हमने शासन और प्रशासन का समय-समय पर ध्यान आकर्षित किया है कि कालिका माता मंदिर की जो जमीन है वह मंदिर को सुपूर्द की जाए ताकि मंदिर क्षेत्र का विकास किया जा सके।

मंदिरों की जमीने मंदिरों को सौंपी जाए

हमने तो यह भी मांग की है कि जितने भी वैष्णव मंदिर है उनकी संपत्ति और जमीन संबंधित मंदिरों को ही सौंपी जाए ताकि मंदिरों का रख-रखाव सही तरीके से हो और मंदिरों की जिन जमीनों पर अवैध कब्जा या अतिक्रमण है वह भी मुक्त हो सके और मंदिरों की जीर्णशीर्ण स्थिति को भी ठीक किया जा सके।

सनातन धर्म में जागरूकता का अभाव

उन्होंने यह भी कहा कि पुरूषोत्तम मास के पावन मास में सनानत धर्म में जागरूकता की दृष्टि से ही यह आयोजन किए जा रहे है। जागरूकता के अभाव में सनातन धर्म एकजुट नहीं हो पा रहा है। इस परिसर में कोई भी धार्मिक आयोजन, कोई भी वैष्णव सनातन संस्था आयोजित करती है तो हम उनको सहयोग करेंगे। यह क्षेत्र सार्वजनिक है। सनातन संस्कृति और सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार अधिक से अधिक हो यह हमारा लक्ष्य है। इसी लक्ष्य को लेकर श्री कालिका माता सेवा मंडल ट्रस्ट और इससे जुड़े लोग तन-मन-धन से नि:स्वार्थ सेवा कर रहे है। उन्होंने इस मौके पर धर्मालुजनों से अधिक से अधिक संख्या में पधारने का आग्रह किया है। इस अवसर पर सेवामंडल ट्रस्ट , शिव आराधना महोत्सव समिति तथा सनानत धर्म के कई वरिष्ठ पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।