18HREG3 जबलपुरः आज शाम 4 बजे खोले जा सकते हैं बरगी बांध के पांच गेट
– निचले क्षेत्र के रहवासियों से नर्मदा तट से सुरक्षित दूरी बनाये रखने का आग्रह
जबलपुर, 18 जुलाई (हि.स.)। मध्य प्रदेश के महाकौशल क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से नर्मदा का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके चलते रानी अवंति बाई लोधी सागर परियोजना “बरगी बांध” के जल स्तर को नियंत्रित करने आज (मंगलवार की) शाम 4 बजे इसके इक्कीस में से पांच जल द्वारों को आधा-आधा मीटर ऊंचाई तक खोले जाने और इनसे प्रति सेकेंड 325 घन मीटर पानी की निकासी की संभावना परियोजना प्रशासन द्वारा बताई गई है। परियोजना प्रशासन ने जलद्वारों को खोले जाने की संभावनाओं के मद्देनजर अलर्ट जारी कर निचले क्षेत्र के रहवासियों से नर्मदा तट से सुरक्षित दूरी बनाये रखने का आग्रह किया है।
रानी अवंति बाई लोधी सागर परियोजना के मुख्य अभियंता डीएल वर्मा ने बताया कि बरगी जलाशय के 14 हजार 556 वर्ग किलोमीटर के जलग्रहण क्षेत्र में विगत चार दिनों में 42.38 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। इससे इसका जल स्तर 417.95 मीटर तक पहुंच गया है। बांध के ऑपरेशनल मैन्युल के मुताबिक इसका जलस्तर 31 जुलाई तक 417.50 मीटर रखा जाना निर्धारित है।
मुख्य अभियंता वर्मा ने बताया कि वर्तमान में बरगी जलाशय में 602 घनमीटर (21 हजार 260 घन फुट) प्रति सेकेंड वर्षा जल की आवक हो रही है। इसे देखते हुए आज शाम तक बरगी बांध का जलस्तर 418 मीटर के ऊपर पहुंचने की संभावना है। उन्होंने बताया कि वर्षा एवं पानी की आवक को देखते हुए शाम 4 बजे बांध के पांच जलद्वार (स्पिल-वे गेट) आधा-आधा मीटर ऊंचाई तक खोले जा सकते हैं। इन जलद्वारों से 325 घनमीटर प्रति सेकेंड पानी की निकासी की जाएगी।
रानी अवंति बाई लोधी सागर परियोजना के मुख्य अभियंता ने बताया कि बांध से पानी छोड़े जाने से निचले क्षेत्र के नर्मदा घाटों में जल स्तर तीन से चार फुट की वृद्धि होगी। उन्होंने बांध के निचले क्षेत्र के रहवासियों एवं नागरिकों से नर्मदा के तटीय एवं जलभराव क्षेत्रों से सुरक्षित दूरी बनाये रखने का आग्रह किया है। वर्मा ने बताया कि जलाशय में वर्षा जल की आवक को देखते हुए बांध से पानी निकासी की मात्रा बढाई या घटाई भी जा सकती है।