18HREG450 ऋण जमा अनुपात 40 प्रतिशत से कम होने पर सीडीओ नाराज
– जिला सलाहकार समिति की बैठक, बैंक आधारित योजनाओं की समीक्षा
– 40 प्रतिशत से कम ऋण जमा अनुपात वाले बैंकों को प्रगति बढ़ाने का निर्देश
मीरजापुर, 18 जुलाई (हि.स.)। मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला सलाहकार समिति की बैठक हुई। साथ ही सांख्यिकी आकड़े व बैंकवार ऋण जमा अनुपात जून 2023 तक की समीक्षा की गई। जिसमें इंडियन ओवरसीज बैंक, यूको बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक आफ इंडिया, केनरा बैंक, एक्सिस बैंक एवं डीसीबी का ऋण जमा अनुपात 40 प्रतिशत से कम होने पर मुख्य विकास अधिकारी ने अंसतोष जताया। साथ ही बैंक ऋण जमा अनुपात बढ़ाने के लिए प्रबंधक लीड बैंक के माध्यम से एक सप्ताह के अंदर कार्ययोजना बना प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
लीड बैंक प्रबंधक ने बताया कि जनपद में 22 बैंकों के कुल 202 शाखाओं में से 135 ग्रामीण क्षेत्र, 21 अर्द्धशहरी क्षेत्र एवं 46 शहरी क्षेत्र में हैं। जून 2023 तक कुल जमा अनुपात रुपया 8647.56 करोड़, कुल अग्रिम रुपया 4189.83 करोड़ एवं समस्त बैंक के औसत ऋण जमा अनुपात 48.45 प्रतिशत हैं। व्यवसायिक बैंकों के औसत ऋण जमा अनुपात 46.74 प्रतिशत हैं। किसान क्रेडिट कार्ड, फसली ऋण वितरण के संबंध में बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में कुल 120918 कृषको को केसीसी ऋण वितरण का लक्ष्य मिला है। इनमें से व्यवसायिक बैंकों को 108139 तथा सहकारी बैंकों को 12779 कृषकों लाभान्वित किया जाना हैं। 30 जून 2023 तक कुल 27227 कृषकों को 255.85 करोड़ का फसली ऋण वितरण किया जा चुका है, जो लक्ष्य का 22.52 प्रतिशत हैं।
ससमय आवेदन पत्र स्वीकृत कर हो ऋण वितरण
बैठक में स्वारोजगार परक योजनाओं में सूक्ष्म लघु एवं मध्यम, प्रधानंत्री रोजगार सृजन योजना, मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना की भी समीक्षा हुई। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि उक्त योजनांतर्गत जो भी आवेदन पत्र विभाग से बैंक भेजा जाए, उसे समयांतर्गत स्वीकृत कर ऋण वितरण सुनिश्चित कराएं ताकि लक्ष्य की पूर्ति की जा सके। इस दौरान उपायुक्त एनआरएलएम अनय मिश्रा, परियोजना अधिकारी डूडा प्रतिभा श्रीवास्तव आदि थे।