21HREG385 सभी बच्चे शालाओं में नियमित आएँ इसकी जवाबदारी शिक्षकों के साथ अभिभावकों की भीः प्रमुख सचिव
– स्कूल चलें हम अभियान के तहत प्रमुख सचिव राघवेन्द्र सिंह ने स्कूलों और हॉस्टल का किया निरीक्षण
ग्वालियर, 21 जुलाई (हि.स.)। हर बच्चा स्कूल में पढ़ने आए, इसकी जवाबदारी शिक्षकों के साथ-साथ अभिभावों की भी है। पढ़ने योग्य सभी बच्चे स्कूल में आएँ, इसलिये सभी को साझा प्रयास करना होंगे। यह बात खनिज विभाग के प्रमुख सचिव राघवेन्द्र सिंह ने घाटीगाँव विकासखंड की ग्राम पंचायत दुरसेड़ीं के ग्राम मकरामपुरा के शाला भवन में शिक्षकों और अभिभावकों से बातचीत करते हुए कही।
प्रमुख सचिव राघवेन्द्र सिंह शुक्रवार को घाटीगाँव विकासखंड के स्कूलों और हॉस्टल के निरीक्षण पर पहुंचे और शाला की व्यवस्थाओं का अवलोकन करने के पश्चात कक्षाओं में पहुँचकर बच्चों से भी चर्चा की। उन्होंने 8वीं कक्षा के बच्चों को गणित के संबंध में विस्तार से जानकारी भी दी। उनके साथ जिला पंचायत सीईओ विवेक कुमार, संयुक्त शिक्षा संचालक दीपक पाण्डेय, जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार, घाटीगाँव जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
प्रमुख सचिव सिंह ने ग्राम मकरामपुरा के शाला परिसर में फर्श पर बैठकर उपस्थित ग्रामीणों और महिलाओं से विस्तार से चर्चा की। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि गाँव के सभी बच्चे नियमित रूप से स्कूल में आएँ, इसकी जवाबदारी शिक्षकों के साथ-साथ आप लोगों की भी है। उन्होंने कहा कि स्कूल में बेहतर शिक्षा बच्चों को मिले, इसके लिये महीने में एक दिन निर्धारित कर शिक्षक और अभिभावकों की संयुक्त बैठक नियमित रूप से होना चाहिए ताकि बच्चों को और बेहतर सुविधाएँ और शिक्षा मिल सके।
उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि बच्चे आपके हैं और उनको अच्छी शिक्षा मिले यह जवाबदारी भी आपकी ही है। शासन-प्रशासन व्यवस्थाएँ उपलब्ध करा सकता है। लेकिन जब बच्चे स्कूल ही नहीं आयेंगे तो शिक्षा कैसे ग्रहण कर सकेंगे। ग्रामीण क्षेत्र के सभी स्कूल शिक्षा विभाग और ग्रामीणों के सहयोग से अच्छे से चले यही हम सबका प्रयास होना चाहिए। उन्होंने स्कूल में 8वी के परीक्षा परिणाम पर नाराजगी जताते हुए कहा कि अगर 8वीं का परीक्षा परिणाम अच्छा नहीं है तो यह परिलक्षित होता है कि स्कूल में अच्छी पढ़ाई नहीं हो रही है। सभी शिखक कक्षा-1 से लेकर 8 तक बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करें। जो बच्चे जिस विषय में कमजोर हैं उन पर विशेष ध्यान दिया जाए। आठवीं कक्षा पास करने के उपरांत सभी बच्चे 9वी कक्षा में भी प्रवेश लें, इसकी चिंता भी शिक्षक अवश्य करें।
प्रमुख सचिव ने स्कूल में कक्षा-2, 5वी और 8वी कक्षा में अध्ययनरत बच्चों से चर्चा की। उन्होंने बच्चों से सामान्य जानकारी भी प्राप्त की। आठवी कक्षा के बच्चों को उन्होंने ब्लैक बोर्ड पर गणित के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने शिक्षकों से भी आग्रह किया कि जो जानकारी बताई जा रही है उसे अच्छे से समझें और बाद में बच्चों को भी इसकी जानकारी दें ताकि गणित में बच्चों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
निरीक्षण के दौरान शाला भवन में पानी की टंकी एवं मोटर पम्प की समस्या और मध्यान्ह भोजन के संबंध में कमी की शिकायत प्राप्त होने पर उन्होंने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार से कहा है कि दोनों ही मामलों में तत्परता से कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
प्रमुख सचिव ने इसके पश्चात घाटीगाँव के शासकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय और शाला परिसर में ही संचालित हॉस्टल का भी निरीक्षण किया। हॉस्टल की व्यवस्थाओं पर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की। इसके साथ ही कक्षा में पहुँचकर बच्चों से विस्तार से जानकारी प्राप्त की। हॉस्टल के लिये पृथक भवन की शिक्षकों द्वारा मांग की गई। उन्होंने आश्वस्त किया कि कलेक्टर से चर्चा कर हॉस्टल का नया भवन किस प्रकार उपलब्ध हो सकता है, इस संबंध में चर्चा की जायेगी।
जिला पंचायत सीईओ विवेक कुमार ने भी ग्वालियर जिले में स्कूल चलें हम अभियान के तहत संचालित की जा रही गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने शिक्षकों को भी निर्देशित किया कि ग्रामीण क्षेत्र के सभी स्कूल समय पर संचालित हों, इसके साथ ही पढ़ने योग्य एक भी बच्चा शाला में प्रवेश से वंचित न रहे। ग्रामीण क्षेत्र में घर-घर संपर्क कर जो भी शाला में प्रवेश योग्य बच्चे हैं उनका प्रवेश सुनिश्चित किया जाए।
मध्यान्ह भोजन भी चखा
प्रमुख सचिव सिंह ने निरीक्षण के दौरान शाला में निर्मित मध्यान्ह भोजन का भी स्वाद लिया। मध्यान्ह भोजन में पूड़ी-सब्जी देखकर उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों के आने की सूचना के कारण आज पूड़ी-सब्जी भी बच्चों को उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने मध्यान्ह भोजन बनाने वाली महिलाओं से कहा कि सब्जी में नमक एवं मिर्च की मात्रा कम रखी जाए ताकि बच्चों को खाने में किसी प्रकार की परेशानी न हो।