लखीमपुर खीरी : आबादी क्षेत्र में पहुंची बाघिन, कुछ घंटों बाद ही हुई मौत

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03HREG394 लखीमपुर खीरी : आबादी क्षेत्र में पहुंची बाघिन, कुछ घंटों बाद ही हुई मौत

लखीमपुर खीरी, 03 जून (हि.स.)। आबादी क्षेत्र में घुसी बाघिन की अज्ञात कारणों के चलते मौत हो गई। बाघिन के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। बाघिन के आबादी क्षेत्र में आने के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल था। जिसके बाद से वन विभाग उसे पकड़ने का प्रयास कर रहा था।

मिली जानकारी के अनुसार दुधवा टाइगर रिजर्व बफरजोन की मैलानी रेंज जंगल से निकली एक बाघिन शुक्रवार की आधी रात रामपुर ढकैया गांव जा पहुंची। देर रात बाघिन की दहाड़ सुनकर लोगों की नींद उड़ गई। दहशत में लोगों ने छत पर जाकर, शोर मचाकर किसी तरह रात काटी। आधी रात से शनिवार सुबह 10 बजे तक सिलसिला जारी रहा। इस बीच बाघिन को पकड़ने की कवायद शुरु हुई, लेकिन इससे पहले ही अचानक बाघिन की मौत हो गई। दोपहर में वन विभाग की टीम ने बाघिन के शव को पोस्टमार्टम के लिए आईवीआरआई बरेली भेज दिया।

डीएफओ नॉर्थ सुंदरेश ने बताया कि जानकारी प्राप्त हुई की एक गांव में बाघिन आई हुई है, मौके पर टीम के द्वारा निरीक्षण किया गया, तो देखा गया कि उसकी गतिविधियां सामान्य नहीं थीं। थोड़ी दूर चलने के बाद बाघिन बार-बार बैठ रही थी, बाघिन काफी कमजोर हो चुकी थी। वन विभाग की टीम लगातार बाघिन को मॉनिटर कर रही थी। इस दौरान बाघिन ने वन विभाग की गाड़ी पर हमला करने की भी कोशिश की। प्रथम दृष्टया निरीक्षण के बाद पता चला कि बाघिन को पूर्व से चोट लगी हुई थी। पंजे और सीने पर पुरानी चोट और घाव के निशान थे। कमजोरी देखकर ऐसा लग रहा था कि कई दिनों से बाघिन शिकार नहीं कर पाई, जिसकी वजह से लगातार कमजोर होती चली गई और शिकार न कर पाने से कई दिनों से भूखी रही, जिसके चलते डिहाइड्रेशन और भुखमरी की वजह से बाघिन की मौत होने की आशंका है। कमजोरी देखने की वजह से बाघिन को ट्रेंकुलाइज नहीं किया गया। आगे की जांच के लिए बाघिन के शव को बरेली आईवीआरआई भेज दिया गया है।